आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के शैक्षिक सत्र 2020-21 के नए पाठ्यक्रमों में से 16 पाठ्यक्रम ऐसे हैं, जिन्हें यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) की एनएसक्यूएफ (नेशनल स्किल क्वालीफिकेशन फ्रेमवर्क) यानी राष्ट्रीय कौशल योग्यता फ्रेमवर्क के अंतर्गत आवेदन किया गया था, जिसमें सभी 16 पाठ्यक्रमों को अनुदान आयोग ने स्वीकृति प्रदान कर दी है.
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल ने बताया कि यह प्रसन्नता का विषय है कि यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) ने हमारे सभी 16 पाठ्यक्रमों के लिए अनुदान दिए जाने की स्वीकृति प्रदान कर दी है. विश्वविद्यालय की ओर से इन पाठ्यक्रमों हेतु यूजीसी में समन्वय स्थापित करने के लिए प्रोफेसर वीके सारस्वत को समन्वयक नियुक्त किया था. बता दें कि यूजीसी की इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक पाठ्यक्रम हेतु प्रथम वर्ष में लगभग 50 लाख रुपये का अनुदान मिलता है.
इस योजना की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं-
- प्रथम वर्ष में पाठ्यक्रम प्रारंभ करने और इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने हेतु 50 लाख का अनुदान दिया जाता है. इसके बाद जब तक पाठ्यक्रम चलता है, प्रत्येक वर्ष 10 से 12 लाख रुपये शिक्षकों के मानदेय हेतु प्रदान किए जाते हैं.
- प्रत्येक पाठ्यक्रम का 60% अंश कौशल योग्यता पर आधारित होता है और शेष 40% अंश परंपरागत होता है.
- जो कुल सीट संख्या यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) द्वारा निर्धारित की जाती है, उससे 50% से अधिक विद्यार्थी पाठ्यक्रम में पंजीकृत होने चाहिए तभी इस पाठ्यक्रम को चलाया जा सकता है.
- प्रत्येक पाठ्यक्रम में प्रवेशित विद्यार्थी का यूजीसी के पोर्टल पर पंजीकरण किया जाएगा, जिसकी अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2020 है.
- क्योंकि इन पाठ्यक्रमों को यूजीसी द्वारा अनुदान दिया जाता है तो इनका 50% मूल्यांकन विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा निर्धारित सेक्टर स्किल काउंसिल द्वारा किया जाता है और 50% मूल्यांकन विश्वविद्यालय द्वारा किया जाता है.
जिन संस्थानों के पाठ्यक्रमों को स्वीकृति मिली है, उनमें इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी (आईआईटी), फार्मेसी विभाग, रसायन विज्ञान विभाग दीनदयाल उपाध्याय संस्थान, दाऊ दयाल संस्थान और केएमआई के कुल 16 पाठ्यक्रम हैं. इन पाठ्यक्रमों को विकसित करने में और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से इनकी स्वीकृति दिलाने में आईआईटी के निदेशक प्रोफेसर वीके सारस्वत की विशेष भूमिका रही है.