आगराः सेंट्रल ऑर्डिनेंस डिपो (COD) की लिखित परीक्षा में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए नकल करने आए अभ्यर्थी और उसके कोच को पुलिस ने पकड़ा है. परीक्षार्थी अपनी शर्ट के कॉलर में डिवाइस लगाकर परीक्षा देने सेंटर पर पहुंचा था. वही कोच ताजगंज क्षेत्र के एक होटल में बैठकर उसे ब्लूटूथ कनेक्टिविटी के जरिये आंसर बताने वाला था लेकिन आर्मी इंटेलिजेन्स और पुलिस ने दोनों के मंसूबो पर पानी फेर दिया.
जब उसके शर्ट के कॉलर को खोला गया तो उसमें एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिली. COD के अधिकारी और आर्मी इंटेलीजेंस ने इसकी सूचना पुलिस को दी. पुलिस ने परीक्षा केंद्र पहुंचते ही परीक्षार्थी को हिरासत में ले लिया. पुलिस ने जब इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की जांच की तो उस डिवाइस को ब्लूटूथ ईयरफोन से कनेक्ट किया गया था.
परीक्षार्थी के कान में बटन के बराबर का ईयरफोन लगा था. उसके सहारे उसका कोच उसे प्रश्नपत्र में आए सवालों के जवाब बताने वाला था. पुलिस पूछताछ में आरोपी परीक्षार्थी नवीन कई घंटों तक गुमराह करता रहा. जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो नवीन ने सच उगल दिया. उसने बताया कि यह डिवाइस कोच जोगेंद्र सिंह निवासी हिसार,हरियाणा ने दी थी. वह नकल कराने के लिए उसके साथ आया था और ताजगंज के होटल में रुका है. ब्लूटूथ के माध्यम से प्रश्नों को धीरे-धीरे पढ़कर कोच को बताने थे. इसके बाद वह उत्तर बताता.
पुलिस ने कोच को पकड़ने के लिए प्लानिंग बनाई. हिरासत में लिए गए नवीन से उसके कोच को फ़ोन मिलाकर उसकी लोकेशन पता की गई. कोच जोगेंद्र ने नवीन को बताया कि वो ताजमहल देखने आ गया है. इसके बाद पुलिस आरोपी को लेकर ताजमहल पहुंची. पुलिस ने ताज के पश्चिमी गेट से कोच को पकड़ लिया. नकल कराने के लिए कोच ने कितने रुपए लिए थे ये अभी स्पष्ट नहीं है. परीक्षा देने वाले ने बताया कि अभी पांच हजार रुपए कोच को दिए थे.
आर्मी ट्रेनिंग सेंटर चलाता हैं कोच जोगेन्द्र
बताया गया कि मुख्य आरोपी कोच जोगेन्द्र हरियाणा के कैथल में आर्मी भर्ती ट्रेनिंग सेंटर चलाता है. अग्निवीर भर्ती के बाद युवाओं ने ट्रेनिंग सेंटर दूरी बना ली. इससे आमदनी प्रभावित होने लगी. खर्चा चलाना मुश्किल हो गया था इसलिए पैसा कमाने के लिए नकल कराने का आइडिया निकाला. इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस लेकर बच्चों से नकल कराने की जिम्मेदारी लेता था. नवीन को भी डिवाइस दी थी.
इस मामले में डीसीपी सिटी विकास कुमार का कहना हैं कि दोनों आरोपियों से पूछताछ की गयी हैं. अब तक कोच जोगेन्द्र कितने परीक्षार्थियों को ऐसे परीक्षा पास करा चुका हैं इसका पता लगाया जा रहा है. दोनों को जेल भेजा जा रहा है.
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