आगरा: विषाक्त पदार्थ से किशोरी की मौत मामले में पुलिल ने तीन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्जकर दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है. ताज नगरी में तेजाब पीकर खुदकुशी करने वाली बेटी को बचाया जा सकता था. परिजनों की मानें तो वह अपनी फरियाद लेकर कई बार थाने गए थे. थाने में दोनों पक्षों को बैठाकर राजीनामा करा दिया गया था. अगर उसी समय कार्रवाई होती तो शायद आज बेटी की जान बच जाती.
आगरा जगनेर रोड स्थित शहरी सीमा से सटे हुए थाना मलपुरा के एक गांव का मामला है. 19 वर्षीय युवती अपने परिजनों संग करीब 6 महीने पहले लोहामंडी से आकर यहां रहने लगी. वह 12वीं क्लास में पढ़ती थी. उसके पास में ही रहने वाला युवक परेशान करने लगा. वह छात्रा पर गंदी नीयत रखता था. उसे भगा ले जाने की धमकी देता था. इसका करीब दो महीने पहले विरोध किया गया था, लेकिन युवक पर कोई असर नहीं पड़ा.
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युवक के परिजनों ने भी अनसुनी कर दी. इससे युवक का हौसला और बढ़ने लगा. उसने ताना मारना बंद नहीं किया. इससे युवती तंग आ गई. गुरुवार रात युवती ने घर में रखा तेजाब पी लिया. इससे उसकी हालत बिगड़ गई. परिजन उसे अस्पताल ले गए. हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने उसे भर्ती कर लिया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. मामले में पीड़िता के पिता ने पड़ोसी टीटू, उसके पिता चंद्रभान और विजय के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया. सीओ अछनेरा महेश कुमार ने बताया है कि पिता की तहरीर पर तीन आरोपितों के खिलाफ मुकदमा लिख लिया गया है और फिलहाल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.