आगरा: 14 अगस्त को राजभवन में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ चिकित्सा विभाग के अधिकारियों की बैठक हुई थी, जिसमें उन्होंने विभाग के अधिकारियों से अपील की थी कि 18 साल से कम उम्र के टीबी मरीजों को सामाजिक संगठन, रेड क्रॉस सोसायटी, टीबी एसोसिएशन द्वारा गोद लेने के लिए प्रेरित करें.
क्षय रोग को लेकर राज्यपाल की पहल-
- आगरा में टीबी के करीब 18 हजार मरीज हैं.
- सरकारी अस्पताल में 12 हजार टीबी के मरीजों का उपचार चल रहा है.
- छह हजार मरीज निजी क्लीनिक से टीबी का उपचार करा रहे हैं.
- जिले में टीबी के उपचार की 20 यूनिट हैं और 806 डॉट सेंटर हैं.
- चिकित्सा विभाग की ओर से लगातार टीवी के उपचार के लिए अभियान चलाए जा रहे हैं.
- चिकित्सा विभाग ने डाक विभाग के साथ टीबी के मरीजों के सैंपल कलेक्ट करके जांच सेंटर तक पहुंचाने के लिए हाथ मिलाया और अभियान भी सफल चल रहा है.
- राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा है कि 18 साल से कम उम्र के टीबी मरीजों को गोद लिया जाय.
- उन्होंने सामाजिक संगठन और औद्योगिक राजघराना के लोगों से संपर्क करना शुरू कर दिया है.
- चिकित्सा विभाग ने सभी जिलों के जिला क्षय रोग अधिकारी को निर्देश दिए हैं.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने एक पहल शुरू की है, जिसका पत्र भी विभाग से मिल गया है. हमने निर्देश को लेकर तैयारी शुरू कर दी है. टीबी के किशोर मरीजों की एक फाइल बना ली है. जिले के सामाजिक संगठन, रेड क्रॉस सोसायटी, टीबी एसोसिएशन, औद्योगिक राजघराने और अन्य लोगों से बातचीत करके 18 साल से कम उम्र वाले टीबी पीड़ित मरीजों को गोद दिया जाएगा. जिलाधिकारी के सहयोग से और चिकित्सा विभाग के सहयोग से इसे पूरा किया जाएगा.
-डॉ. यूबी सिंह, क्षय रोग अधिकारी