आगरा: देश में ट्रिपल तलाक बिल पास हो गया. ऐसे में ट्रिपल तलाक पीड़ितों को अपना हक मिलने और हालात सुधरने की उम्मीद जगी है. जनपद में तीन साल पहले फायजा ने ट्रिपल तलाक को लेकर आवाज उठाई थी, लेकिन अभी तक उसे न अपना हक मिला है और न ही हालात सुधरे हैं. फायजा मायके आकर किराए के मकान में रह रही है. उसने पीएम मोदी और सीएम योगी से हक दिलाने की गुहार लगाकर अपनी और बच्चों की किडनी बेचने की इजाजत मांगी है. जिससे वो अपने परिवार का कर्ज चुका सके.
फायजा ने तीन साल पहले ट्रिपल तलाक को लेकर उठाई थी आवाज:
- 16 मार्च 1997 में फायजा की शादी अलीगढ़ के गली धोरा निवासी मोहम्मद साजिद के साथ हुई थी.
- बात सन् 2013 की है,फायजा की दो बेटी और एक बेटा है,बेटा हार्ट का पेशेंट है.
- पति आए दिन बच्चों के साथ मारपीट करता था और सभी को भूखा रखता था.
- जिसका विरोध करने पर उसके पति ने तलाक दे दिया और फायजा बच्चों को अपने साथ मायके लेकर आ गई.
- कोर्ट ने पति को लाखों रूपये का भरण पोषण गुजारा भत्ता दिये जाने का आदेश दिया.
- पति ने फायजा के भाई के साथ मिलकर राजी किया और वह परिवार और बच्चों की खातिर ससुराल चली गई.
- 9 महीने बाद पति ने फिर से तलाक दे दिया और बच्चों को अपने साथ मायके लेकर आ गई.
- बेटा और छोटी बेटी नौकरी कर रहे है,बड़ी बेटी की शादी हो गई है.
- बड़ी बेटी की शादी करने की वजह से कर्जा हो गया है.
- इस वजह से परिवार का खर्चा चलाना बहुत ही मुश्किल हो रहा है.
- कर्जदार आए दिन घर पर कर्ज मांगने आते हैं ऐसे में बहुत परेशानी हो रही है.
- उसने पीएम मोदी और सीएम योगी से हक दिलाने की गुहार लगाकर अपना और बच्चों की किडनी बेचने की इजाजत मांगी है.
तलाक कानून होने से हमें अपने न्याय की उम्मीद है, लेकिन अभी इतने सालों बाद भी मुझे गुजारा भत्ता नहीं मिल रहा है. इसलिए मेरी पीएम मोदी और सीएम योगी से बस एक ही गुहार है कि वह मुझे या तो मेरा हक का भरण पोषण दिलाएं और नहीं तो मुझे और मेरे बच्चों को किडनी बेचने की इजाजत दें. किडनी बेचने से जो पैसा आएगा उससे अपना कर्जा उतार सकती हूं.
-फायजा, ट्रिपल तलाक पीड़िता