आगराः भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने चार साल पहले ताजमहल पर क्राउड कंट्रोल के लिए स्टेप टिकटिंग व्यवस्था लागू की थी. इसके तहत ताजमहल के मुख्य मकबरे पर जाने के लिए 200 रुपये का अलग से टिकट लगाया, जिससे मुख्य मकबरे पर जाने से पर्यटकों ने मुंह मोड़ लिया. स्टेप टिकटिंग से मुख्य मकबरा देखने वालों की संख्या एक तिहाई रह गई है. इतना ही नहीं, ताजमहल देखने वाले पर्यटक ऑफलाइन की अपेक्षा ऑनलाइन टिकट खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. यह खुलासा एक आरटीआई से हुआ है. इससे अब ताजमहल समेत अन्य स्मारकों पर ऑनलाइन टिकट व्यवस्था बेहतर करने की मांग उठ रही है. जिससे देशी-विदेशी पर्यटकों को टिकट से संबंधित परेशानी न हो.
बता दें कि, ताजमहल पर पर्यटकों की बढ़ती भीड़ के मैनेजमेंट को लेकर खूब हल्ला मचा था, क्योंकि मुख्य मकबरे को लेकर पर्यटकों की लंबी कतार लग जाती थी. इस पर मंथन के बाद 12 दिसंबर 2018 से एएसआई ने ताजमहल के मुख्य मकबरे को देखने के लिए 200 रुपये का अतिरिक्त टिकट खरीदने की व्यवस्था लागू की, तभी से देशी और विदेशी पर्यटकों को मुख्य मकबरे के लिए अतिरिक्त 200 रुपये का टिकट लेना पड़ रहा है.
75 प्रतिशत सैलानी नहीं जा रहे मुख्य मकबरे पर
आगरा डेवलपमेंट फाउंडेशन के सचिव अधिवक्ता केसी जैन ने एएसआई से आरटीआई में ताजमहल की ऑनलाइन और ऑफलाइन टिकट की जानकारी मांगी थी. इसमें खुलासा हुआ है कि ताजमहल देखने वाले औसतन 4 पर्यटकों में से सिर्फ एक पर्यटक ही मुख्य मकबरे की टिकट खरीद रहा है. बाकी के तीन पर्यटक मुख्य मकबरे पर नहीं जा रहे हैं.
यानी, एएसआई की स्टेप टिकटिंग से 75% पर्यटक टिकट महंगा होने से खरीद ही नहीं रहे हैं. हर दिन 75 सैलानी मुख्य मकबरा देखे बगैर लौट जाते हैं, क्योंकि ताजमहल परिसर में भारतीय पर्यटकों की एंट्री का टिकट 50 रुपये और विदेशी पर्यटकों का टिकट 1100 रुपये का है. स्टेप टिकट व्यवस्था की वजह से मुख्य मकबरे के लिए 200 रुपये का टिकट अतिरिक्त लेना पड़ता है.
ऑनलाइन टिकट व्यवस्था की सुविधाएं बढ़ाई जाएं
आगरा डेवलपमेंट फाउंडेशन के सचिव अधिवक्ता केसी जैन ने ताजमहल की रात्रि दीदार के लिए ऑनलाइन टिकट करने की पैरवी की थी. उन्होंने बताया कि ताजमहल पर सैलानी ऑनलाइन टिकट खरीद रहे हैं. इसलिए एएसआई को ऑनलाइन टिकट व्यवस्था की सुविधा बढ़ानी चाहिए. ताजमहल के पूर्वी, पश्चिमी व दक्षिणी गेट के साथ ही शिल्पग्राम, अमरूद का टीला पार्किंग, बड़े होटलों, प्रमुख पर्यटन स्थलों पर ऑटोमेटिक टिकट वेन्डिंग मशीनें लगानी चाहिए, क्योंकि वीक एंड व त्योहारों पर पर्यटकों की भीड़ बढ़ती है तो सैलानियों को ताज के टिकट खरीदने के लिए परेशान होती है.
ऑफलाइन टिकट के आंकड़े
वित्तीय वर्ष | ऑफलाइन टिकट |
2018-2019 | 5684174 |
2019-2020 | 1042994 |
2020-2021 | 256675 |
2021-2022 | 1827756 |
ऑनलाइन टिकट के आंकड़े
वित्तीय वर्ष | भारतीय पर्यटक | विदेशी पर्यटक |
2018-19 | 149685 | 30813 |
2019-20 | 224874 | 56079 |
2020-21 | 899574 | 6701 |
2021-22 | 2987070 | 37578 |
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