आगरा: मोहब्बत की निशानी ताजमहल की दुनिया दीवानी है. मोहब्बत के इस स्मारक को देखने देश विदेश से सैलानी आते हैं, लेकिन कोरोना के ग्रहण ने पिछले छह महीने से लोगों को ताजमहल के दीदार से दूर कर दिया. परिस्थितियां थोड़ी सामान्य होने के बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग (एएसआई) ने 21 सितंबर को पर्यटकों के लिए ताजमहल 'अनलॉक' किया, तो ताज की दीवानगी में देश-विदेश से पर्यटक ताजनगरी आ रहे हैं. फिर से मोहब्बत की निशानी ताजमहल का वीरान आंगन पर्यटकों से गुलजार हो गया है. मगर, अभी ताजमहल का रात्रि दर्शन बंद है.
क्या है चमकी?
'चमकी' देखने की चाहत रहेगी अधूरी
मून लाइट में ताजमहल शाइन करता है. ताजमहल में जड़े सेमी प्रीशियस और प्रीशीयस स्टोन स्पार्कल करते हैं. इसलिए शुरू से ही ताजमहल की चमकी का बहुत महत्व है. पर्यटकों में मूनलाइट में ताजमहल देखने का बहुत क्रेज रहता है. जब से सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद पहली बार ऐसा होगा, कि लॉकडाउन के बाद ताजमहल खुला भी लेकिन, पर्यटक ताजमहल की 'चमकी' नहीं देख पाएंगे.
-नितिन सिंह, टूरिस्ट गाइड
एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद वसंत कुमार स्वर्णकार का कहना है कि, अभी तक ताजमहल के रात्रि दर्शन के लिए कोई भी दिशा-निर्देश नहीं हैं. स्टैंडर्ड प्रोसीजर ऑपरेटिंग (एसओपी) में भी ताजमहल को रात्रि में खोलने का कोई उल्लेख नहीं है, कि रात्रि में ताजमहल को खोला जाए. इसकी वजह है कि, रात्रि दर्शन के लिए 50-50 पर्यटकों के आठ ग्रुप जाते हैं और कोरोना संक्रमण की गाइडलाइन के तहत सोशल डिस्टेंस मेंटेन करना बड़ा मुश्किल होगा. जब तक एसओपी या मंत्रालय से कोई भी दिशा निर्देश नहीं आएगा. तब तक ताजमहल को रात्रि दर्शन के लिए नहीं खोला जाएगा.
पांच दिन तक होती थी ताजमहल की 'चमकी'
पहले रातभर खुलता था ताजमहल
भले ही ताजमहल अभी 'चमकी' के लिए 4 घंटे खुलता है, लेकिन पूर्व में ताजमहल पूरी रात खुलता था. सन् 1984 से पहले तक ताजमहल में चमकी देखने पर कोई भी बंदिश नहीं थी. उस समय मुख्य मकबरे पर रेलिंग के पत्थर हटाकर चमकी देखने के लिए लकड़ी का रैंप बनाया जाता था. उससे ही सैलानी ऊपर जाते थे. मगर सन् 1984 में सुरक्षा कारणों से ताजमहल को रात्रि दर्शन के लिए बंद कर दिया गया. फिर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सन् 2004 में फिर से ताज का रात्रि दर्शन शुरू हुआ. यह वजह है कि रात्रि दर्शन में सोशल डिस्टेंस का पालन कराना मुश्किल. 50-50 के ग्रुप में पर्यटकों का ताजमहल में जाना. ताजमहल के सैनिटाइजेशन में दिक्कत आना.
कोरोना संक्रमण का ग्रहण ताजमहल की 'चमकी' पर लग गया है. भले ही एएसआई ने ताजमहल को दिन में पर्यटकों के लिए 'अनलॉक' कर दिया. मगर, अभी भी ताजमहल पर्यटकों के रात्रि दर्शन के लिए बंद है. इससे शरद पूर्णिमा पर पर्यटक ताजमहल की 'चमकी' नहीं देख पाएंगे.