आगरा : लोकतंत्र के सबसे बड़े त्योहार लोकसभा चुनाव में ईवीएम मशीन को चूहों से खतरा है. जनपद के मंडी समिति में अनाज के गोदामों में बनाए गए स्ट्रांग रूमों में भारी तादाद में चूहे भी मौजूद हैं. चूहों के आतंक से ईवीएम की सुरक्षा करने के लिए प्रशासन भी पूरी तरह सतर्क हो गया है और पेस्टिसाइड का इस्तेमाल कर स्ट्रांग रूमों को सुरक्षित कर रहा है.
ईवीएम की सुरक्षा के लिए प्रशासन सतर्क
- पूरे भारत मे चुनाव मतगणना और ईवीएम मशीन को रखने के लिए गल्ला मंडियों का इस्तेमाल किया जाता है.
- गल्ला मंडियों में अनाज का भंडारण होने के कारण यहां चूहों और दीमक का आतंक कोई नई बात नही है.
- आगरा के नवीन गल्ला मंडी स्थल में बनाए गए स्ट्रांग रूमों में भी चूहों का जबरदस्त आतंक है. इसको देखते हुए ईवीएम की सुरक्षा के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी एनजी रवि कुमार के निर्देशों पर चुनाव प्रशासन ने भी तैयारियां कर ली हैं.
- गल्ला मंडी के व्यापारियों ने चुनाव के लिए मंडी समिति का इस्तेमाल किये जाने की बजाए चुनाव के लिए अलग व्यवस्था किए जाने की मांग की है.
अभी तक चूहों के द्वारा कोई नुकसान नही हुआ है मगर मानकों के अनुरूप वहां प्रेस्टिसाइड और अन्य दवाओं का छिड़काव कराया गया है, ताकि चूहे वहां आ न पाए. ईवीएम बिल्कुल सुरक्षित है.
-के पी सिंह, एडीएम सिटीआनाज पैदा होने से गोदामों में रखने तक चूहा एक ऐसी प्रजाति है, जो सब जगह पाया जाता है. अगर चूहे न हों तो हमारे देश के गोदामों में रखा काफी अनाज बच जाए. कुछ क्षेत्रों में दीमक भी होती हैं. ईवीएम पेटियों में रखी जाती है, कुछ लोहे की पेटियों में रखी जाती है. सरकार ईवीएम को सुरक्षित रखने के लिए अपने तरीके से इंतजाम करती है. वह इसे किस तरह सुरक्षित रखते हैं, यह उनका अपना काम है. इसके लिए इन्हें अलग व्यवस्था करनी चाहिए. पूरी गल्ला मंडी में चूहे हैं.
-जय प्रकाश अग्रवाल, नवीन गल्ला मंडी के अध्यक्ष