मेरठ : अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर मंगलवार को भारी संख्या में दिव्यांग जन कल्याण समिति के लोगों ने मेरठ कमिशनरी कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया. इस दौरान समिति के लोग अपनी मांगों को लेकर कार्यालय के बाहर बैठकर भीख मांगने लगे. यही नहीं समिति के लोगों ने सिर पर काली पट्टी बांधकर पेंशन की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि जब तक हमें अधिकारियों का सही जवाब नहीं मिल जाता, तब तक वो यहां से हटने वाले नहीं हैं, इसके लिये चाहे उनको पुलिस का सामना ही क्यों न करना पड़े.
दिव्यांग जन कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष अमित कुमार का कहना है कि ये किस बात का अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस है. उनका कहना है कि दिव्यागजनों को एक हजार रुपये की पेंशन दी जाती है, जोकि तीन महीने में एक बार आती है. यही नहीं दीपावली पर लोगों को त्योहार मनाने के लिये बोनस दिया जाता है, लेकिन दिव्यांगजनों को त्योहार मनाने का भी अधिकार नहीं है, न ही दिव्यांगजनों का कोई रोजगार है, न ही दिव्यागजनों को कोई सुविधाएं दी जा रहीं हैं. प्राइवेट कंपनियां नौकरी देने को तैयार नहीं हैं, दिव्यांगजन करे तो क्या करे? उन्होंने कहा कि घर का सिलेंडर 800 रुपये है. सब्जी से लेकर बिजली तक का खर्च हजारों रुपये है.
दिव्यांग जन कल्याण समिति के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज हाथ में कटोरा लेकर सिर पर काली पट्टी बांधकर कमिशनरी कार्यालय के बाहर भीख मांग रहे हैं. हमारी भी गुहार सरकार सुन ले और दिव्यांग लोगों के लिये उनको अहसास हो कि हम भी इस देश का हिस्सा हैं. हमें भी अपना हक मांगने का अधिकार है.
एडीएम सिटी अरविंद शुक्ला का कहना है कि कुछ लोग अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे. उनका ज्ञापन ले लिया गया है. दिव्यांगजनों से बातचीत हो चुकी है, उनको समझा दिया गया है. उनकी मांगों पर विचार विमर्श किया जायेगा और शासन को पत्र भेजा जायेगा.
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