आगराः जिला मथुरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर संविदा पर तैनात एक महिला कर्मचारी ठगों का शिकार हो गई. शातिरों ने उसकी संविदा सेवा को स्थायी करने और आगरा तबादला कराने का झांसा दिया था. इसकी एवज में ठगों ने पीड़ित से 1.25 लाख रुपये ऐठ लिए. शातिरों ने अपने आप को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सचिव का खास रिश्तेदार बताया था.
काम पूरा न होने पर जब पीड़ित ने शातिर ठगों से तगादा किया तो उनका नंबर ब्लैक लिस्ट में डाल दिया. शास्त्रीपुरम निवासी रविन्द्र सिंह ने अब थाना सिकंदरा में तीन लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया है. जिसमे टूंडला निवासी सत्यपाल और उसके भाई योगेश तथा राजेश का नाम शामिल है. इन्हीं तीनों शातिरों ने मिल कर रविन्द्र सिंह से 1.25 लाख रुपये की ठगी की है. जो अब लौटाने में आनाकानी कर रहे है.
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पीड़ित के अनुसार सत्यपाल और योगेश का उनके घर आना जाना था. वह पहले से एक दूसरे को जानते थे. उनके साथ राजेश भी कई बार पीड़ित के घर आया था. तब आरोपी सत्यपाल ने राजेश की बेटी की जेठानी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सचिव का रिश्तेदार बताया था. जिसमें रविन्द्र सिंह और उनकी पत्नी आरोपी की बातों में फस गए. जिसके बाद उन्होंने शातिरों को 1.25 लाख रुपये दे दिए.
समय बीतता गया और सत्यपाल ने रविन्द्र से दूरी बनाना शुरू कर दिया. राजेश ने महीनों बीतने के बाद सत्यपाल को कॉल किया तो उसने अपनी मां के देहांत होने का बहाना बना दिया. इसके बाद सत्यपाल, योगेश और राजेश ने रविंद सिंह के नंबर को ब्लैक लिस्ट में डाल दिया. शक होने पर रविन्द्र ने तीनों की कुंडली खंगाली तो राज खुल गया. तीनों आरोपी शातिर ठग निकले जो कई लोगों को अपने जाल में फंसा चुके है.
अब पीड़िता ने थाना सिकंदरा में सत्यपाल, योगेश और राजेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है. जिसकी जांच जारी है. थाना सिकंदरा प्रभारी ने बताया कि पीड़िता की शिकायत पर तीनों के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले की जांच की जा रही है. जांच में साक्ष्य और तथ्यों के आधार पर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी.