आगरा : ताजनगरी के बिचपुरी में स्थित RBS टेक्निकल कैंपस कॉलेज के 3 छात्रों ने एक स्पेशल जैकेट तैयार किया है. यह जैकेट बच्चों व महिलाओं की सेफ्टी से लिए काफी कारगर है. इस जैकेट में कई सेफ्टी फीचर लगाए गए हैं. जैकेट को स्पर्श करने से 120 वोल्ट से लेकर 2000 वोल्ट तक का झटका लगेगा. महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और अपहरण जैसी घटनाओं को रोकने के लिए छात्रों को द्वारा तैयार किया गया यह जैकेट मील का पत्थर साबित होगा. जैकेट की तर्ज पर बनाए गए इस सुरक्षा उपकरण को आरबीएस टेक्निकल इंस्टिट्यूट(RBS Technical Institute) जल्द पेंटेट कराएगा.
खतरा होने पर परिजनों को कॉल करेगा जैकेट, लाइव लोकेशन भी साझा करेगा
राजा बलबंत सिंह टेक्निकल कैंपस कॉलेज में अध्यनरत बीटेक के छात्रों संचित अग्रवाल, स्वाति गुप्ता व अनिता ने मिलकर एक सेफ्टी डिवाइस तैयार किया है. इस डिवाइस को छात्रों ने एक जैकेट में इंस्टाल किया है. महिलाओं, बच्चों के साथ छेड़छाड़, किडनैपिंग और चोरी जैसी घटनानओं पर लगाम लगाने के लिए यह बेहतरीन डिवाइस है. आरबीएस कॉलेज के छात्रों ने अनिता ने विभागाध्यक्ष डॉ. प्रमोद शर्मा के निर्देशन में इस सेफ्टी डिवाइस को तैयार किया है.
इस अनोखे डिवाइस का नाम 'वेयरबेल सिस्टम टू सेफगार्ड ए पर्सन जैकेट' रखा गया है. यदि कोई अंजान व्यक्ति छेड़छाड़ या अपहरण की कोशिश करेगा, तो डिवाइस से 120 से 2000 वोल्ट तक का करंट लगेगा. डिवाइस का एक बटन दबाने पर करंट के साथ-साथ लाइव लोकेशन व कॉल करने का फीचर इसमें उपलब्ध है. इसके अलावा जैकेट में लगे डिवाइस में एसओएस मैसेज अलर्ट, सीसीटीवी, लाइव वीडियो रिकार्डिंग का विकल्प भी मौजूद है. इन फीचरों के माध्यम से पीड़ित के पास पुलिस व उसके परिजनों को पहुंचने में आसानी होगी.
सस्ते दाम में मिलेगी अधिक सुरक्षा
सुरक्षा उपकरण बनाने वाली छात्रा स्वाति गुप्ता ने बताया कि जैकेट को तैयार करने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा. ज्यादा करंट फ्लो के कारण उनकी एक जैकेट जल गई है. इस अनोखे फीचर वाले जैकेट को बनाने में लगभग 10 हजार रुपये का खर्चा आया है. लेकिन फाइनल प्रोडक्ट बनने के बाद इसकी कीमत लगभग 6000 रुपये होगी.
मूवी देखकर आया आईडिया
ईटीवी भारत की टीम ने सेफ्टी जैकेट को बनाने वाले तीनों छात्रों से बातचीत की. इस डिवाइस को बनाने वाले छात्रों ने बताया कि अनोखे जैकेट को बनाने का आईडिया सबसे पहले फतेहाबाद की निवासी स्वाति गुप्ता को आया. छात्रा एक दिन मूवी देख रही थी, जिसमें उसने महिला से छेड़खानी का सीन देखा. इस दश्य को देककर छात्रा स्वाति गुप्ता को सेफ्टी डिवाइस बनाने का आईडिया सूझा. बाद में संचित अग्रवाल, स्वाति गुप्ता व अनिता ने मिलकर इस सेफ्टी डिवाइस को बनाने में सफलता हासिल की.
सेफ्टी उपकरण बनाने वाले छात्रों ने सरकार के फंड की मांग की है. छात्रों का कहना है कि यदि सरकार की तरफ से कुछ फंड मिल जाएगा, तो वह उपकरण को और बेहतर बनाने का प्रयास करेंगे और उसे सस्ते दामों में लोगों को उपलब्ध कराएंगे. छात्रों ने बताया कि सेफ्टी जैकेट में जीपीएस, जीएसएम सिम, आर्डर्यूनो नैनो पीआईसी, माइक्रो कंट्रोलर कैमरा, मॉड्यूल इन्वर्टर सर्किट आदि लगे हैं. इसमें जीएसएम 2जी, 3जी सिम की कनेक्टिविटी हैं. डिवाइस का रेस्पांस टाइम और बेहतर बनाने के लिए छात्र इसे 5जी की तकनीकि से जोड़ना चाहते हैं.
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