आगरा: शहर में निकाय चुनाव 2023 को लेकर प्रत्याशी मैदान में उतर रहे हैं. इस बीच कुछ ऐसे प्रत्याशी हैं जो नाम वापस भी ले रहे हैं. इसी कड़ी में सबसे बड़ा झटका सपा की प्रत्याशी ने दिया है. 25 साल से चेयरमैन की जिस कुर्सी पर सपा का कब्जा रहा है, उसके लिए मैदान में उतरी सपा प्रत्याशी पूर्व मंत्री की पत्नी ने अपना नाम वापस ले लिया है. इस वजह से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ने उतरे उनके देवर की राह काफी हद तक आसान हो गई है.
दरअसल, मामला शमशाबाद नगर पालिका का है. यहां की चेयरमैन की कुर्सी पर समाजवादी पार्टी का बीते 25 साल से कब्जा है. बता दें कि सन् 1989 में उद्योगपति शिव कुमार राठौर ने सभासद का निर्विरोध चुनाव जीतकर अपने राजनैतिक सफर की शुरुआत की थी. धीरे-धीरे शिव कुमार राठौर ने राजनीति में अपनी पकड़ मजबूत की. सन् 1995 में शिव कुमार राठौर पहली बार नगर पालिका के चेयरमैन बने थे. सन् 2000 में उन्होंने पत्नी लक्ष्मी देवी राठौर को चेयरमैन पद पर चुनावी मैदान में उतारा था तब उन्होंने भी जीत हासिल की. सन् 2006 में फिर से शिव कुमार राठौर नगर पालिका के चेयरमैन बने थे. इसके बाद सन् 2012 में लक्ष्मी देवी राठौर ने फिर से चुनाव जीता मगर सन् 2017 में नगर निकाय चुनाव में शमसाबाद नगर पालिका में लक्ष्मी देवी राठौर और अवनीश कांत गुप्ता के बीच कड़ा मुकाबला हुआ. लक्ष्मी देवी 300 वोटों से जीतकर चेयरमैन बनीं. इसी तरह स्वर्गीय पूर्व मंत्री शिव कुमार राठौर परिवार का पिछले 5 चुनाव से नगर पालिका चेयरमैन पद पर कब्जा था. 25 साल तक सपा का इस सीट पर कब्जा रहा.
इस चुनाव में सपा ने निवर्तमान अध्यक्ष लक्ष्मी राठौर को मैदान में उतारा तो जवाब में बीजेपी ने लक्ष्मी सिंह राठौर के देवर बृज मोहन राठौर को टिकट थमा दिया. इसके बाद लक्ष्मी सिंह राठौर ने अपना नाम वापस ले लिया. वहीं, इस सीट के लिए मेघ सिंह कुशवाहा निर्दलीय प्रत्याशी ने भी नामांकन वापस ले लिया है. इसके अलावा डमी प्रत्याशी रीना देवी ने भी नामांकन वापस लिया है. फिलहाल देवर और भाभी के बीच जिस रोमांचक मुकाबले की आस लोग लगाए थे उन्हें अब वह देखने को नहीं मिलेगा.
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