आगरा: सिख समाज में पगड़ी आन, बान और शान है. पगड़ी के सम्मान में न जाने कितनों ने शहादते दीं. कोरोना काल में सिख समाज की यही शान पगड़ी अब लोगों की जान भी बचाएगी. आगरा में सिख समाज ने टरबन फॉर मास्क मुहिम की शुरुआत की है. इस मुहिम के तहत पुरानी पगड़ी जुटाकर मास्क बनाए जा रहे हैं. इन मास्क को गुरुद्वारा या अन्य स्थानों पर जरूरतमंदों को बांटा जाएगा, जिससे कोरोना महामारी से गरीब और जरूरतमंदों को बचाया जा सके.
पगड़ी को सैनिटाइज कर बना रहे मास्क
सिख समाज कोरोना काल में गरीब और जरूरतमंदों की बढ़-चढ़कर मदद कर रहा है. समाज की ओर से गरीबों को भोजन वितरण और अन्य सेवाएं देने का कार्य किया जा रहा है. कोरोना काल में सिख समाज टरबन फॉर मास्क के लिए घर-घर से पुरानी पगड़ी एकत्रित कर रहा है. इन पगड़ियों की धुलाई और उन्हें सैनिटाइज किया जाता है. इसके बाद सिख समाज की महिलाएं इन पगड़ी से मास्क तैयार करती हैं.
महिला विंग कर रही सेवा
मास्क तैयार कर रही इंदु सलूजा का कहना है कि वह सुखमनी सेवा सभा की महिला विंग से जुड़ी हुई हैं. इन्होंने पुरानी पगड़ी से मास्क बनाने का प्रयास शुरू किया है. उनको इस सेवा कार्य में मास्क बना के बहुत अच्छा लग रहा है. उन्होंने बताया कि उनके साथ आस-पड़ोस की महिलाएं भी जुड़ रही हैं. यह मास्क मुफ्त दिए जाएंगे. यदि कोई उन्हें पुरानी पगड़ी देना चाहता है तो दे सकता है, जिससे इस सेवा कार्य को ज्यादा से ज्यादा फैलाया जा सके, क्योंकि इस समय मास्क की सभी को बहुत जरूरत है. मुहिम से जुड़ी प्रभजोत कौर ने बताया कि टरबन फॉर मास्क मुहिम के तहत एक माह में एक लाख मास्क बनाने का टारगेट रखा गया है. इन मास्क को जरूरतमंद तक वितरित करना है, फिर आगे की रणनीति बनाई जाएगी.
आगरा में सेवा और तेज
गुरुद्वारा गुरु का ताल के मीडिया प्रभारी बंटी ग्रोवर ने बताया कि दिल्ली से टरबन फॉर मास्क मुहिम की शुरुआत हुई. इसके बाद लखनऊ और फिर उन्होंने यहां पर इस मुहिम को आगे बढ़ाया. इस मुहिम में समाज के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं.
महिला विंग में दिख रहा जोश
सुखमनी सेवा सभा के प्रमुख महेंद्र पाल सिंह ने बताया कि समूह संगत से विनती की है कि उनके पास जो भी पुरानी पगड़ी हैं, उन्हें वहां पहुंचा दें नहीं तो सेवा सभा को जानकारी दें. उनके सदस्य लोगों के घर जाकर पगड़ियों को ले लेंगे. इस कार्य में सुखमनी सेवा सभा की महिला विंग में जोश है और महिलाओं की अहम भूमिका है.
सराहनीय पहल
गुरुद्वारा गुरु का ताल के प्रमुख बाबा प्रीतम सिंह का कहना है कि यह बहुत अच्छी मुहिम है, जिसमें पुरानी दस्तार यानी पगड़ियों के रंग फेड होने पर वह उपयोग नहीं करते हैं. उनसे मास्क बनाकर जरूरतमंदों को वितरित किए जाएंगे. उन्होंने गुरुद्वारा गुरु के ताल में जो महिलाएं रहती हैं, उन्हें भी मास्क बनाने के काम में लगा दिया है.