आगरा: जिले की विधानसभा एत्मादपुर क्षेत्र (Assembly Etmadpur constituency) के मुड़ी प्रकरण को लेकर भागूपुर में पूर्व अध्यक्ष जिला पंचायत प्रबल प्रताप सिंह उर्फ राकेश बघेल के नेतृत्व में शूद्र गोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों की संख्या में लोग आगरा, हाथरस, बुलंदशहर, राजस्थान, फिरोजाबाद, एटा, झांसी सहित अन्य जिलों से पहुंचे.
विचार गोष्ठी के दौरान वक्ताओं का जोश चरम पर था. अंततः विचार गोष्ठी में तय किया गया कि उनकी तीन मांगें हैं जिनमें सबसे पहले निर्दोष बघेल समाज के लोगों को न्याय मिले. दूसरा एसडीएम एत्मादपुर को हटाया जाए और तीसरा क्षत्रिय पंचायत में अभद्र टिप्पणी करने वाले लोगों पर कार्रवाई हो.
इस दौरान राकेश बघेल का कहना था कि अगर इन मांगों को नहीं माना जाता है तो जल्द ही एक अखंड शूद्र महापंचायत होगी, जैसा कि कहा भी जा रहा था और यह माना भी जा रहा था कि रविवार को अखंड शूद्र महापंचायत की तारीख तय होगी. हालांकि ऐसा तो नहीं हुआ पर पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष द्वारा विचार गोष्ठी के माध्यम से शक्ति प्रदर्शन जरूर देखने को मिला, क्योंकि उनका कहना था कि मात्र 24 घंटे के अंदर केवल सोशल मीडिया के माध्यम के बुलावे पर हजारों की भीड़ एकत्रित हुई है तो वही स्थिति को भांपते हुए प्रशासन अलर्ट पर दिखाई दे रहा था. सीओ एत्मादपुर रवि कुमार गुप्ता की मौजूदगी में कई थानों की फोर्स के समेत पीएसी भी लगाई गई थी.
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बता दें कि आगरा विधान सभा एत्मादपुर के थाना खंदौली क्षेत्र के गांव मुड़ी में करीब एक माह पहले जमीनी मामले को लेकर दो पक्षों में विवाद हुआ था, जिसमें फौजी अशोक चौहान की गोली लग गई थी. अशोक पक्ष का आरोप है कि मुकदमा दर्ज होने के बाद पुलिस द्वारा कार्रवाई नहीं की गई है. इसके लिए वे जनप्रतिनिधियों से मिले तो उन्हें कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला. जबकि एक जनप्रतिनिधि पर तो अपशब्द कहने का भी आरोप लगाया गया है, जिसके बाद विरोध के स्वर बढ़ते चले गए और एत्मादपुर तहसील क्षेत्र के क्षत्रिय समाज के लोगों के साथ साथ अन्य सामाजिक संगठन के द्वारा 11 सितंबर को मुड़ी चौराहे पर क्षत्रिय समाज की महापंचायत का आयोजन किया गया था, जिसमे प्रशासन को चेतावनी दी गई थी कि जल्द आरोपियों को गिरफ्तार का जेल भेज दें अन्यथा आंदोलन किया जाएगा.