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महुअर में नहीं खत्म हुई पानी की किल्लत, हाईकोर्ट को लेना पड़ा एक्शन - आगरा में अछनेरा ब्लॉक

यूपी के आगरा में अछनेरा ब्लॉक के गांव महुअर में ग्रामीण पानी की भारी किल्लत का सामना कर रहे हैं. इस समस्या को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार शिकायत की गई , लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. इस समस्या को लेकर पूर्व प्रधानपति ने हाईकोर्ट की शरण ली है.

आगरा में पानी की किल्लत.
आगरा में पानी की किल्लत.
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Published : Jan 25, 2021, 1:22 PM IST

आगरा: ताजनगरी के लोग पानी की भारी किल्लत का सामना कर रहे हैं. आगरा में एक गांव ऐसा है जहां कई दशकों से पेयजल की समस्या बनी हुई है. हम बात कर रहे हैं अछनेरा ब्लॉक के गांव महुअर की. गांव महुअर में पेयजल की भारी समस्या है. पेयजल की समस्या को लेकर पूर्व प्रधानपति ने प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार शिकायत की, लेकिन अधिकारियों ने शिकायत की ओर कोई ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद पूर्व प्रधानपति ने पेयजल की समस्या को लेकर हाईकोर्ट की शरण ली.

करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी नहीं हुआ समाधान
बता दें कि जनपद आगरा के विकास खंड अछनेरा के गांव महुअर में 4000 लोगों की आबादी है. गांव की पानी की समस्या दूर करने के लिए जल निगम द्वारा सन् 2009-10 में महुअर पाली लिंक मार्ग पर दो करोड़ रुपए की लागत से बड़ी टंकी बनवाई गई थी. लेकिन जल निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण गांव के कुछ हिस्से में ही टंकी का पानी आ सका है. गांव महुअर में 10 टीटीएसपी टंकियां हैं, जिनमें 9 टीटीएसपी टंकियां खराब पड़ी हुई है. इसके अलावा गांव में 25 हैण्डपंप हैं, जोकि बंद पड़े हैं. इसके कारण आज तक गांव में पीने के पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है.

आगरा में पानी की किल्लत.

पूर्व प्रधान ने ली हाईकोर्ट की शरण
ग्राम पंचायत महुअर के पूर्व प्रधानपति नोहबत सिंह कुशवाहा ने अधिकारियों से पेयजल समस्या की शिकायत की थी, लेकिन कई बार शिकायत के बाद भी अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. नोहबत सिंह कुशवाह ने इलाहबाद हाईकोर्ट में अपनी धर्मपत्नी पूर्व ग्राम प्रधान इंद्रा देवी के नाम से याचिका दायर कर दी. याचिका पर हाईकोर्ट ने आगरा में प्रशासनिक और जल निगम के अधिकारियों से जवाब मांगा, लेकिन अधिकारियों ने हाईकोर्ट में भी कोई जबाव नहीं दिया.

अधिकारियों ने कोर्ट में दाखिल किया प्रस्ताव
हाईकोर्ट ने सख्त रूख अपनाते हुए आगरा के प्रशासनिक और जल निगम के अधिकारियों को कोर्ट ने 20 जनवरी को अपना जबाव दाखिल करने का आदेश दिया. जबाव न देने पर कोर्ट के खंड विकास अधिकारी अछनेरा अनुराग गंगवार ने हाईकोर्ट में गांव महुअर की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए भारत सरकार की जल जीवन मिशन योजना के अन्तर्गत 1,34,37,000 रुपए का एस्टीमेट दाखिल किया. हाईकोर्ट में बीडीओ ने पत्र के माध्यम से बताया कि गांव महुअर में पीने के पानी की समस्या को जल्द ही दूर कर दिया जाएगा.

बंद पड़े टीटीएसपी और हैंडपंप होंगे सही
बीडीओ अछनेरा अनुराग गंगवार ने हाईकोर्ट में दाखिल किए जबाव में कहा है कि बड़ी टंकी से पूरे गांव में पीने के पानी की सप्लाई कराई जाएगी. इसके अलावा गांव में बंद पड़ी टीटीएसपी टंकियां और हैण्डपंपों को सही कराया जाएगा. अधिकारियों ने कोर्ट में कहा है कि यह सारा काम वह जून माह तक पूरा कर लेंगे. वहीं गांव महुअर में जल निगम ने कार्य शुरू करा दिया है. बडी टंकी से आने वाले पीने के पानी के लिए हर घर में नल का कनेक्शन कराया जा रहा है. कार्य शुरू होने से ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई है.

आगरा: ताजनगरी के लोग पानी की भारी किल्लत का सामना कर रहे हैं. आगरा में एक गांव ऐसा है जहां कई दशकों से पेयजल की समस्या बनी हुई है. हम बात कर रहे हैं अछनेरा ब्लॉक के गांव महुअर की. गांव महुअर में पेयजल की भारी समस्या है. पेयजल की समस्या को लेकर पूर्व प्रधानपति ने प्रशासनिक अधिकारियों से कई बार शिकायत की, लेकिन अधिकारियों ने शिकायत की ओर कोई ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद पूर्व प्रधानपति ने पेयजल की समस्या को लेकर हाईकोर्ट की शरण ली.

करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी नहीं हुआ समाधान
बता दें कि जनपद आगरा के विकास खंड अछनेरा के गांव महुअर में 4000 लोगों की आबादी है. गांव की पानी की समस्या दूर करने के लिए जल निगम द्वारा सन् 2009-10 में महुअर पाली लिंक मार्ग पर दो करोड़ रुपए की लागत से बड़ी टंकी बनवाई गई थी. लेकिन जल निगम के अधिकारियों की लापरवाही के कारण गांव के कुछ हिस्से में ही टंकी का पानी आ सका है. गांव महुअर में 10 टीटीएसपी टंकियां हैं, जिनमें 9 टीटीएसपी टंकियां खराब पड़ी हुई है. इसके अलावा गांव में 25 हैण्डपंप हैं, जोकि बंद पड़े हैं. इसके कारण आज तक गांव में पीने के पानी की समस्या जस की तस बनी हुई है.

आगरा में पानी की किल्लत.

पूर्व प्रधान ने ली हाईकोर्ट की शरण
ग्राम पंचायत महुअर के पूर्व प्रधानपति नोहबत सिंह कुशवाहा ने अधिकारियों से पेयजल समस्या की शिकायत की थी, लेकिन कई बार शिकायत के बाद भी अधिकारियों ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया. नोहबत सिंह कुशवाह ने इलाहबाद हाईकोर्ट में अपनी धर्मपत्नी पूर्व ग्राम प्रधान इंद्रा देवी के नाम से याचिका दायर कर दी. याचिका पर हाईकोर्ट ने आगरा में प्रशासनिक और जल निगम के अधिकारियों से जवाब मांगा, लेकिन अधिकारियों ने हाईकोर्ट में भी कोई जबाव नहीं दिया.

अधिकारियों ने कोर्ट में दाखिल किया प्रस्ताव
हाईकोर्ट ने सख्त रूख अपनाते हुए आगरा के प्रशासनिक और जल निगम के अधिकारियों को कोर्ट ने 20 जनवरी को अपना जबाव दाखिल करने का आदेश दिया. जबाव न देने पर कोर्ट के खंड विकास अधिकारी अछनेरा अनुराग गंगवार ने हाईकोर्ट में गांव महुअर की पेयजल समस्या को दूर करने के लिए भारत सरकार की जल जीवन मिशन योजना के अन्तर्गत 1,34,37,000 रुपए का एस्टीमेट दाखिल किया. हाईकोर्ट में बीडीओ ने पत्र के माध्यम से बताया कि गांव महुअर में पीने के पानी की समस्या को जल्द ही दूर कर दिया जाएगा.

बंद पड़े टीटीएसपी और हैंडपंप होंगे सही
बीडीओ अछनेरा अनुराग गंगवार ने हाईकोर्ट में दाखिल किए जबाव में कहा है कि बड़ी टंकी से पूरे गांव में पीने के पानी की सप्लाई कराई जाएगी. इसके अलावा गांव में बंद पड़ी टीटीएसपी टंकियां और हैण्डपंपों को सही कराया जाएगा. अधिकारियों ने कोर्ट में कहा है कि यह सारा काम वह जून माह तक पूरा कर लेंगे. वहीं गांव महुअर में जल निगम ने कार्य शुरू करा दिया है. बडी टंकी से आने वाले पीने के पानी के लिए हर घर में नल का कनेक्शन कराया जा रहा है. कार्य शुरू होने से ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गई है.

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