आगराः जनपद में लगभग 75 हजार हेक्टेयर क्षेत्रफल में आलू की खेती की जाती है. इस समय आलू की खेती में झुलसा रोग आया हुआ है. झुलसा रोग की शिकायत रोहता के किसानों ने कृषि विभाग की सैया इकाई से की है. सूचना पाकर मौके पर कृषि विभाग की टीम रोहता और आसपास के गांव में पहुंची और किसानों को आलू को रोगों से बचाने के उपाय बताए.
रोग देख किसानों ने की शिकायत
आलू खुदने से कुछ दिन पहले ही फसल पर झुलसा रोग ने हमला बोल दिया है. किसानों को अब फसल बचाने की चिंता सताने लगी है. किसान नेता श्याम सिंह चाहर और वेद प्रकाश ने जिला कृषि अधिकारी डॉ. राम प्रवेश वर्मा को शिकायत दर्ज कराई. जिला कृषि विभाग की ओर से मौके पर कृषि विभाग की टीम ने आकर आलू के खेतों का निरीक्षण किया और किसानों को आलू की फसल बचाने के उपाय एवं दवाइयां की जानकारी दी.
किसानों की कृषि विभाग से दवाइयों की मांग
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने कृषि विभाग से किसानों के लिए दवाई उपलब्ध कराने की मांग की है. उनका कहना है कि बाजार में किसानों को नकली दवाई उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे फसल भी बर्बाद हो सकती है. अतः कृषि विभाग किसानों के लिए आलू की फसल बचाने के लिए दवाइयां उपलब्ध कराएं.
कृषि विभाग की टीम ने किसानों को बताया यह उपाय
सूचना पाकर कृषि विभाग की ओर से डॉक्टर जावेद अली एवं राजेंद्र प्रसाद ग्वालियर रोड स्थित रोहता के किसानों के बीच पहुंचे. अधिकारियों ने किसानों के साथ आलू के खेत में आलू की फसल को देखा. वहीं किसानों को दवाइयां बताएं और ये भी बताएं कि उन्हें किस प्रकार प्रयोग करना है.
इन दवाइयों से बचाई जा सकती फसल
डॉ. जावेद अली ने किसानों को बताया कि वैलिडामासिन 5 प्रतिशत, डब्लू पी 2ml प्रति लीटर और थायो फिनिट मिथाइल 70% डब्ल्यूपी की 1 ग्राम मात्रा प्रति लीटर पानी के हिसाब से छिड़काव करने से आलू की फसल को झुलसा रोग से बचाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि मौसम के हिसाब से आलू की फसल में झुलसा रोग लगता है.