आगरा: जनपद के बाह क्षेत्र के तीर्थ बटेश्वर में शुक्रवार को एकादशी पर्व के मौके पर परिक्रमा कार्यक्रम का आयोजन हुआ. तीर्थ बटेश्वर में एकादशी पर्व के दिन हर माह परिक्रमा का आयोजन 15 वर्षों से किया जा रहा है, जिसमें साधु-संतों से लोग शामिल होते हैं.
बाह क्षेत्र के तीर्थ बटेश्वर में बीते करीब 15 सालों से शुक्ल पक्ष की एकादशी पर्व के मौके पर हर माह स्वामी सियाराम दास जी महाराज के सानिध्य में परिक्रमा का कार्यक्रम किया जा रहा है, जिसमें दूरदराज से साधु संत एवं ग्रामीण सम्मिलित होते हैं. जनकल्याण एवं लोगों की भलाई के लिए यह परिक्रमा की जाती है. परिक्रमा का मुख्य उद्देश्य गो माता और यमुना बचाओ के नारे के साथ लोग आगे बढ़ते हैं. पूरे तीर्थ बटेश्वर की परिक्रमा भगवान का ध्यान करते हुए जन कल्याण की भावना के साथ की जाती है. परिक्रमा का आयोजन बाबा सियाराम महाराज के सानिध्य में किया गया, जिसमें साधु संतों और ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया और भगवान भोले का आशीर्वाद प्राप्त किया.
जयकारों के साथ परिक्रमा
तीर्थ बटेश्वर में स्थित भगवान भोले के सभी मंदिरों के परिक्रमा मार्ग में दर्शन करते हुए साधु संत एवं ग्रामीण भगवान के जयकारों के साथ परिक्रमा करते हैं. परिवार एवं जनकल्याण की सुख समृद्धि के लिए भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.
तीर्थ बटेश्वर में एकादशी के मौके पर साधु-संतों ने की परिक्रमा - agra news
आगरा में बाह क्षेत्र के तीर्थ बटेश्वर में शुक्रवार को एकादशी के मौके पर परिक्रमा कार्यक्रम का आयोजन हुआ, जिसमें साधु-संतों और ग्रामीणों ने जन कल्याण के लिए तीर्थ की परिक्रमा की.
![तीर्थ बटेश्वर में एकादशी के मौके पर साधु-संतों ने की परिक्रमा parikrama at tirtha Bateshwar](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-10024613-63-10024613-1609063612494.jpg?imwidth=3840)
आगरा: जनपद के बाह क्षेत्र के तीर्थ बटेश्वर में शुक्रवार को एकादशी पर्व के मौके पर परिक्रमा कार्यक्रम का आयोजन हुआ. तीर्थ बटेश्वर में एकादशी पर्व के दिन हर माह परिक्रमा का आयोजन 15 वर्षों से किया जा रहा है, जिसमें साधु-संतों से लोग शामिल होते हैं.
बाह क्षेत्र के तीर्थ बटेश्वर में बीते करीब 15 सालों से शुक्ल पक्ष की एकादशी पर्व के मौके पर हर माह स्वामी सियाराम दास जी महाराज के सानिध्य में परिक्रमा का कार्यक्रम किया जा रहा है, जिसमें दूरदराज से साधु संत एवं ग्रामीण सम्मिलित होते हैं. जनकल्याण एवं लोगों की भलाई के लिए यह परिक्रमा की जाती है. परिक्रमा का मुख्य उद्देश्य गो माता और यमुना बचाओ के नारे के साथ लोग आगे बढ़ते हैं. पूरे तीर्थ बटेश्वर की परिक्रमा भगवान का ध्यान करते हुए जन कल्याण की भावना के साथ की जाती है. परिक्रमा का आयोजन बाबा सियाराम महाराज के सानिध्य में किया गया, जिसमें साधु संतों और ग्रामीणों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया और भगवान भोले का आशीर्वाद प्राप्त किया.
जयकारों के साथ परिक्रमा
तीर्थ बटेश्वर में स्थित भगवान भोले के सभी मंदिरों के परिक्रमा मार्ग में दर्शन करते हुए साधु संत एवं ग्रामीण भगवान के जयकारों के साथ परिक्रमा करते हैं. परिवार एवं जनकल्याण की सुख समृद्धि के लिए भगवान से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं.