आगरा: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते पूरे देश में लॉकडाउन किया गया है. ऐसे में दिहाड़ी मजदूरी करने वाले निम्न वर्गीय और मजदूरों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है. फैक्ट्री और अन्य जिलों में नौकरी करने वाले मजदूरों का राशन पानी खत्म हो गया है. भूख और प्यास से व्याकुल मजदूरों को कोई साधन नहीं मिल रहा है तो वह अपने परिवार के साथ पैदल ही राष्ट्रीय राज मार्ग के जरिए अपने गांव पहुंच रहे हैं.
गुरुवार को बड़ी संख्या में मजदूरों का एक जत्था आगरा से होते हुए फिरोजाबाद की सीमा में प्रवेश कर रहा था. जानकारी के मुताबिक बिहार के रहने वाले मजदूरों का जत्था दिल्ली से चला था. इन मजदूरों की संख्या तकरीबन 1000 थी और यह आगरा की सीमा एत्मादपुर बॉर्डर को क्रॉस करते हुए फिरोजाबाद की सीमा में प्रवेश की कोशिश कर रहे थे, तभी फिरोजाबाद जिला प्रशासन ने इन मजदूरों को आगरा जिले की ओर बैरंग लौटा दिया गया, जिससे आक्रोशित मजदूर हाईवे पर ही बैठ गए और इन्होंने जमकर हंगामा किया.
मजदूरों ने किया हंगामा
मजदूर और उनके परिवार के लोगों का कहना हैं कि वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते काम-धंधा बंद हो गया है और इनके पास जो रकम थी वह भी अब खत्म हो गई है, खाने-पीने का सामान भी खत्म हो चुका है. ये मजदूर अपने घर सुरक्षित पहुंचना चाहते हैं, लेकिन आगरा और फिरोजाबाद रेड जोन होने के चलते बॉर्डर को सील कर दिया गया है, यहां किसी भी व्यक्ति के जाने की अनुमति नहीं है. यही वजह है कि जब यह मजदूर आगरा से फिरोजाबाद की सीमा में प्रवेश कर रहे थे तो फिरोजबाद प्रशासन ने इनको वापस लौटा दिया.