आगरा: ताजनगरी में सिर पर भारी-भरकम बेशकीमती मुकुट धारण कर, जोधपुर से मंगाई गई पोशाक पहन, मथुरा से आए कलाकार प्रभु श्री राम का रूप धारण कर सीता जी को ब्याहने अपने भाइयों के साथ बुधवार को रावतपाडा से बारात लेकर निकले. 1978 श्रृंगार करते आ रहे मुकेश अग्रवाल ने बताया कि इस बार प्रभु श्री राम और लक्ष्मण जी ने हीरा ,पन्ना, मूंगा, माणिक से जड़ा हुआ लाखों की कीमत का मुकुट धारण किया है तो वहीं भरत, शत्रुघ्न ने चांदी का मुकुट धारण किया. यह मुकुट कई टुकड़ों में होता है, 25 लड़के पिछले 1 महीने से इस मुकुट को तैयार कर रहे थे. 15 स्वरूपों को तैयार करने में 20 लड़के 4 संयोजक लगाए गए.
वहीं, मथुरा की नीरज मंडली (Neeraj Mandali of Mathura) से शामिल हुए और प्रभु श्रीराम जी का किरदार कर रहे मोहित चतुर्वेदी अभी 12वीं कक्षा में पढ़ रहे हैं और पहली बार उन्हें प्रभु श्री राम जी का किरदार करने का मौका मिला है, तो वहीं उनके अनुज भाई लक्ष्मण अभिषेक चतुर्वेदी 11वीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे हैं. अभिषेक दो बार लक्ष्मण जी का किरदार कर चुके हैं. 2019 में भी वह लक्ष्मण बन चुके हैं. भरत का किरदार अमन चतुर्वेदी और शत्रुघ्न का किरदार मुकुल चतुर्वेदी कर रहे हैं. दोनों पढ़ाई कर रहे हैं. मोहित और अमन पहली बार अपना अपना किरदार कर रहे हैं. मोहित और अमन बताते हैं कि प्रभु ने उन्हें मौका दिया कि वह उत्तर भारत की भव्य रामबारात का हिस्सा बन पाए.