आगरा: जिले से संचालित हो रहे गैंग ने पंजाब को नशे की गिरफ्त में धकेल दिया है. पंजाब पुलिस अब प्रतिबंधित नशे की दवाओं की सप्लाई करने वाले गैंग पर कार्रवाई करती जा रही है. पंजाब पुलिस अब तक इस मामले में 72 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. उनके द्वारा इस कारोबार के सबसे बड़े सौदागर आगरा के जितेंद्र अरोड़ा की गिरफ्तारी के बाद अब पंजाब पुलिस ने उसके आगरा में एक गोदाम पर छापा मारकर काफी मात्रा में नशीली दवाएं और अन्य सबूत जुटाए हैं.
मामले को ध्यान में लेते हुए अब आगरा जिलाधिकारी और एसएसपी ने इन अपराधियों के अलावा इस काम में लिप्त अन्य अपराधियों की धरपकड़ करने और ड्रग माफियाओं की सूची बनाने की तैयारी कर ली है. हालांकि अभी भी औषधि विभाग के उन लोगों को ही यह जिम्मेदारी दी गयी है, जिनकी नाक के नीचे यह काला कारोबार इतना पनप गया कि पूरे देश में आगरा इस धंधे के लिए बदनाम हो गया है.
नशीली दवाएं बरामद
बता दें कि आगरा में दिल्ली और अन्य जिलों की नारकोटिक्स टीम कई बार छापा मारकर नशीले सीरप आदि बेचने वालों पर कार्रवाई कर चुकी है. अभी कुछ दिनों में पंजाब की बरनाला पुलिस ने नशे की दवाइयों की सप्लाई करने वाले गैंग का पर्दाफाश किया था. इस मामले में पंजाब पुलिस ने आगरा के जितेंद्र उर्फ विक्की अरोड़ा और उसके भाई को गिरफ्तार किया था.
पंजाब पुलिस के अनुसार इस काले कारोबार की सारी सप्लाई आगरा से हो रही थी. हर माह करोड़ों रुपये की नशीली दवाइयां यहां से दूसरे जिलों और प्रदेशों में भेजी जाती थी. पंजाब पुलिस ने इस गैंग का नाम आगरा गैंग रखा था. गिरोह के सबसे बड़े सप्लायर आगरा के अरोड़ा ब्रदर्स को रिमांड में लेने के बाद पुलिस ने आगरा पुलिस और ड्रग विभाग के साथ मिलकर उनके कमलानगर की एक कोठी में बने गोदाम पर छापा मारकर भारी मात्रा में नशीली दवाएं बरामद की हैं. टीम को काफी कागजात भी मिले हैं.
एसएसपी ने दी जानकारी
पूरे मामले में एसएसपी बबलू कुमार ने बताया है कि इस मामले में पहले हमने पंजाब पुलिस को आरोपियों की गिरफ्तारी करवाई थी. उनके गोदाम पर छापेमारी भी की गई है. जिलाधिकारी व उनके आदेश पर औषधि विभाग और पुलिस की टीम बनाई गई है, जो इस धंधे से जुड़े अन्य लोगों और जो दुकानदार इस तरह की दवाइयों का स्टॉक करते हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी. इसके साथ ही चिह्नित लोगों को ड्रग माफिया घोषित करने की भी तैयारी की जा रही है.