आगरा: जिला प्रशासन की वादाखिलाफी और सीएम योगी से पुलवामा शहीद कौशल कुमार रावत की पत्नी वीरांगना ममता रावत को नहीं मिलवाने को लेकर राजनीति गरमा रही है. सबसे पहले राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के मुखिया जयंत चौधरी बीते मंगलवार शहीद के घर आए और परिवार से मिले. अब शुक्रवार को शहीद की पत्नी वीरांगना ममता रावत और बेटा अभिषेक रावत लखनऊ में समाजवादी पार्टी के मुखिया पूर्व सीएम अखिलेश यादव से मिले हैं. इस पर अखिलेश यादव ने उन्हें हर संभव मदद का आश्वासन दिया है. सूत्रों की मानें तो जल्द ही शहीद कौशल कुमार रावत की प्रतिमा का अखिलेख यादव अनावरण भी कर सकते हैं.
बात दें कि पुलवामा हमले में शहीद हुए कौशल कुमार रावत का परिवार शासन और प्रशासन की वादाखिलाफी से आहत है. शहीद की पत्नी वीरांगना ममता रावत को बीते रविवार आगरा आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से जिला प्रशासन ने मिलने नहीं दिया. वीरांगना ममता रावत का आरोप है कि जो वायदे किए, वो अधूरे हैं. हमें अपनी मांग को लेकर धरना भी देना पड़ा. जिला प्रशासन ने आश्वासन दिया, लेकिन अब सब भूल गए हैं. अधिकारी उनका फोन तक नहीं उठाते हैं.
पुलवामा हमले में शहीद हुए थे कौशल कुमार रावत
बता दें कि ताजगंज थाना क्षेत्र के कहरई गांव निवासी कौशल कुमार रावत सीआरपीएफ में तैनात थे. उनकी तैनाती सिलीगुड़ी में सीआरपीएफ की बटालियन नंबर-115 में थी, लेकिन उनका स्थानांतरण कुछ दिन पहले ही कश्मीर में सीआरपीएफ की बटालियन नंबर-76 में किया गया था. 14 फरवरी 2019 को कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने सीआरपीएफ के वाहनों पर आतंकी हमला किया, जिसमें कौशल कुमार रावत समेत सीआरपीएफ के कई जवान शहीद हो गए. शहीद के परिवार का आरोप है कि जो वादे सरकार ने किये थे, आज तक कोई वादा पूरा नहीं किया गया है. अपनी मांग को लेकर शहीद की पत्नी और परिवार ने धरना भी दिया था.
जल्द आगरा आ सकते हैं अखिलेश यादव
शहीद कौशल कुमार रावत की पत्नी वीरांगना ममता रावत और बेटा अभिषेक ने पहले ही यह ऐलान कर दिया है कि शहीद कौशल कुमार रावत की प्रतिमा का अनावरण अभी तक नहीं हुआ है. अब भाजपा के किसी भी नेता से प्रतिमा का अनावरण नहीं कराएंगे. शहीद पिता कौशल कुमार रावत की प्रतिमा का अनावरण सेना के अधिकारी या किसी और दल के नेता से कराएंगे. वीरांगना ममता रावत का कहना है कि शहीद पति कौशल कुमार रावत की प्रतिमा का अनावरण करने के लिए पूर्व सीएम अखिलेश यादव को पत्र दिया है. उन्होंने भी आने की रजामंदी दे दी है. जल्द ही अनावरण की तिथि बता देंगे.
बच्चों की पढ़ाई और हक की लड़ाई लड़ने का दिया आश्वासन
वीरांगना ममता रावत ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से करीब एक घंटे तक बातचीत हुई. उन्होंने हमारी हर समस्या को सुना. उसके समाधान का आश्वासन दिया है. पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने दोनों बेटों की पढ़ाई के बारे में पूछा. सरकार से पढ़ाई के लिए कोई मदद मिलने की सुनकर उन्होंने कहा कि वे दोनों बेटों की पढ़ाई का खर्चा उठाएंगे. ममता रावत का कहना है कि जब भाजपा की सरकार सुन नहीं रही है. शहीदों का सम्मान नहीं कर रही है.