आगरा: जनपद के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में प्रोफेसर और कर्मचारी के बीच हुई मारपीट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. पीड़ित प्रोफेसर बी डी शुक्ला ने कुलपति को पत्र लिखकर आत्महत्या करने की मंशा व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि अगर कुलपति कर्मचारी विनय चौधरी जैसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ एक्शन नहीं ले सकते तो मैं आत्महत्या कर लेता हूं और मेरी बेटियों की जिम्मेदारी स्वयं कुलपति ले लें.
क्या है पूरा मामला
इतिहास एवं संस्कृति विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर बीडी शुक्ला ने आरोप लगाते हुए कहा कि 27 मार्च की शाम को 7:00 बजे वह पालीवाल पार्क परिषद में स्थित मंदिर की आरती में भाग लेने पहुंचे थे. वहां सेंट्रल लाइब्रेरी में कार्यरत बाबू के पद पर तैनात विनय चौधरी ने अपने दो बेटों तथा पत्नी के साथ मिलकर उनको जमीन पर गिरा कर मारा पीटा. पत्नी के साथ भी मारपीट की गई थी.
कर्मचारी पर कार्रवाई न होने पर लिखा पत्र
प्रोफेसर शुक्ला ने इस मामले की शिकायत थाने में भी की. आरोप है कि पुलिस ने मामूली धारा में मुकदमा दर्ज किया. वि.वि. स्तर से कर्मचारी के खिलाफ कोई कार्रवाई न होने पर उन्होंने कुलपति को पत्र लिखकर कहा, 'मैं नहीं सोच पा रहा हूं कि मैं क्या करूं, क्या नहीं. यदि मैं अपनी मानसिक स्थिति से परेशान होकर आत्महत्या कर लूं तो आपसे निवेदन है कि मेरी दोनों बेटियों को पढ़ाने आदि की जिम्मेदारी स्वयं ले लेना. नहीं तो उन्हें भी विनय चौधरी जैसे असामाजिक तत्वों के हाथों में छोड़ देना.'