आगरा: ताज महोत्सव का शुक्रवार को चौथा दिन था. शाम को सांस्कृतिक संध्या में आगरा के जगनेर से आए लोक कलाकारों ने राजपुताना होली की प्रस्तुति दी. लोक कलाकारों ने अपने वीर रस से ओतप्रोत होली गीत से महाभारत में अभिमन्यु के चक्रव्यूह तोड़ने का वर्णन किया. इसके साथ ही उन्होंने रानी तारा और राजा हरिश्चंद्र के सत्य के पथ पर चलने का होली गीत से चित्र किया.
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आगरा के जगनेर संस्कार भारती शाखा के नरेन्द्र पाठक ने बताया कि राजपूताना होली एक विलुप्त होती हुई विधा है, जो हमारे आगरा के राजस्थान और मध्य प्रदेश से सटे जिलों में खूब गाई जाती है. आज हमने ताज महोत्सव के मंच से अभिमन्यु के चक्रव्यूह तोड़ने और रानी तारा और राजा हरिश्चंद्र की सत्य के पथ पर चलने की कहानी को होली के जरिए सुनाया.