ETV Bharat / state

ताज महोत्सव में 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का दर्शन, कलाकारों ने बांधा समां

इंटरनेशनल फेयर ताज महोत्सव में कलाकारों का शानदार प्रदर्शन जारी है. 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के तहत कलाकारों ने अपने हुनर पर सबको झूमने के लिए मजबूर कर दिया.

etv bharat
ताज महोत्सव
author img

By

Published : Feb 26, 2020, 10:36 AM IST

आगरा: ताज महोत्सव में मंगलवार शाम अरुणाचल प्रदेश से आए कलाकारों ने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के तहत अपनी सराहनीय प्रस्तुति दी. यह कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता को समर्पित रहा. इस दौरान अरुणाचल प्रदेश के कलाकारों की पहली प्रस्तुति प्राकृतिक सुंदरता के लिए समर्पित रही, जबकि दूसरी प्रस्तुति 'यो गागा' वहां की प्रसिद्ध मां का लोरी गीत था.

आगरा ताज महोत्सव.
ताज महोत्सव में मुंबई से आए सिंगर मनोज वर्मा ने कई फिल्मों के सुपरहिट गीत सुनाए, जिससे दर्शक झूम उठे. मनोज वर्मा ने 'एक हसीना थी, एक दीवाना था', सुनाया तो पंडाल करतल ध्वनि से गूंज उठा. इसके बाद 'हाल क्या है दिलों का न पूछो सनम', 'मैं तेरा शहर छोड़ जाऊंगा' जैसे अन्य बॉलीवुड के सुपरहिट गाने सनाए.


इसे पढ़ें -
ताज महोत्सव: राजपुताना होली ने भरा जोश, गंगा अवतरण ने किया भावुक

ताज महोत्सव के मुक्ताकाश मंच से पंडित सदानंद ब्रह्मभट्ट ने राग विहाग पर आधारित हवेली संगीत की तीन ताल में प्रस्तुति दी. उन्होंने 'फागुन रास सुहाए रसिया' व राग काफी में ताल धमाल में उन्होंने 'पीतांबर काजल कहां लगयो हो' पेश किया.

आगरा: ताज महोत्सव में मंगलवार शाम अरुणाचल प्रदेश से आए कलाकारों ने 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' के तहत अपनी सराहनीय प्रस्तुति दी. यह कार्यक्रम राष्ट्रीय एकता को समर्पित रहा. इस दौरान अरुणाचल प्रदेश के कलाकारों की पहली प्रस्तुति प्राकृतिक सुंदरता के लिए समर्पित रही, जबकि दूसरी प्रस्तुति 'यो गागा' वहां की प्रसिद्ध मां का लोरी गीत था.

आगरा ताज महोत्सव.
ताज महोत्सव में मुंबई से आए सिंगर मनोज वर्मा ने कई फिल्मों के सुपरहिट गीत सुनाए, जिससे दर्शक झूम उठे. मनोज वर्मा ने 'एक हसीना थी, एक दीवाना था', सुनाया तो पंडाल करतल ध्वनि से गूंज उठा. इसके बाद 'हाल क्या है दिलों का न पूछो सनम', 'मैं तेरा शहर छोड़ जाऊंगा' जैसे अन्य बॉलीवुड के सुपरहिट गाने सनाए.


इसे पढ़ें -
ताज महोत्सव: राजपुताना होली ने भरा जोश, गंगा अवतरण ने किया भावुक

ताज महोत्सव के मुक्ताकाश मंच से पंडित सदानंद ब्रह्मभट्ट ने राग विहाग पर आधारित हवेली संगीत की तीन ताल में प्रस्तुति दी. उन्होंने 'फागुन रास सुहाए रसिया' व राग काफी में ताल धमाल में उन्होंने 'पीतांबर काजल कहां लगयो हो' पेश किया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.