ETV Bharat / state

आगरा: काम का मांगा हिसाब तो प्रधान पति ने किया केस - आगरा पिनाहट समाचार

यूपी के आगरा में एक ग्रामीण को गांव में हुए विकास कार्यों की जानकारी मांगने पर प्रधान पति ने उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया. ग्रामीण का आरोप है कि उसे फर्जी तरीके से फंसाने की कोशिश की जा रही है. ग्रामीण ने प्रधान पति पर गंभीर आरोप लगाए हैं.

पंचायत.
पंचायत.
author img

By

Published : Oct 16, 2020, 11:04 AM IST

आगरा: जनपद के थाना पिनाहट क्षेत्र के अंतर्गत गांव नगला दलेल में बीते सालों में हुए विकास कार्यों की जनसूचना मांगना एक ग्रामीण को भारी पड़ गया. ग्रामीण का आरोप है कि उसे फर्जी तरीके से फंसाने की कोशिश की जा रही है. प्रधान पति ने ग्रामीण और उसके दो अन्य भाइयों पर एससी-एसटी समेत जानलेवा हमले की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है. इसके विरोध में ग्रामीणों ने पंचायत की और पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है.

जानें पूरा मामला
जिले के थाना पिनाहट क्षेत्र के अंतर्गत गांव नगला दलेल निवासी हरीशचंद्र के मुताबिक उन्होंने गांव में सन् 2015 से 2020 तक हुए विकास कार्यों को लेकर जन सूचना अधिकार के तहत जनसूचना अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी आगरा से जवाब मांगा था, जिसे लेकर ग्राम प्रधान पति शिवकुमार आक्रोशित हो गए.

ग्रामीण ने दी जानकारी
ग्रामीण हरीशचंद्र ने बताया कि ग्राम प्रधान पति मेरे पास आकर जन सूचना अधिकार को वापस लेने की बात कहने लगे. मेरे द्वारा मना करने पर उन्होंने मुझे झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी. मामले को लेकर प्रधान पति ने 7 अक्टूबर को मनगढ़ंत कहानी बनाकर थाना पिनाहट में हरिश्चंद्र, दीवान सिंह, ग्यासीराम पुत्र बहादुर सिंह निवासी नगला दलेल पिनाहट के खिलाफ 307, 323, 504, 506 एससी-एसटी की धाराओं में मामला दर्ज करा दिया, जिस मामले में हरिश्चंद्र और उसके भाइयों को पता भी नहीं है कि मामला क्या हुआ है.

वहीं हरीशचंद्र के भाईयों का आरोप है कि पुलिस ने बिना जांच किए ही उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है. इस संबंध में सोमवार को वह एसएसपी आगरा बबलू कुमार से भी मिले थे. साथ ही एक शिकायती पत्र देकर विपक्षी द्वारा दर्ज कराए गए झूठे मुकदमे को खारिज करने की मांग की थी.

ग्रामीणों ने की पंचायत
इसके विरोध में गुरुवार को ग्रामीणों ने एकत्रित होकर पंचायत की. इस दौरान कहा गया कि अगर पुलिस ठीक से जांच नहीं करती है, तो एकत्र ग्रामीण आंदोलन कर कार्रवाई की मांग करेंगे. इस दौरान दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे.

आगरा: जनपद के थाना पिनाहट क्षेत्र के अंतर्गत गांव नगला दलेल में बीते सालों में हुए विकास कार्यों की जनसूचना मांगना एक ग्रामीण को भारी पड़ गया. ग्रामीण का आरोप है कि उसे फर्जी तरीके से फंसाने की कोशिश की जा रही है. प्रधान पति ने ग्रामीण और उसके दो अन्य भाइयों पर एससी-एसटी समेत जानलेवा हमले की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया है. इसके विरोध में ग्रामीणों ने पंचायत की और पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है.

जानें पूरा मामला
जिले के थाना पिनाहट क्षेत्र के अंतर्गत गांव नगला दलेल निवासी हरीशचंद्र के मुताबिक उन्होंने गांव में सन् 2015 से 2020 तक हुए विकास कार्यों को लेकर जन सूचना अधिकार के तहत जनसूचना अधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी आगरा से जवाब मांगा था, जिसे लेकर ग्राम प्रधान पति शिवकुमार आक्रोशित हो गए.

ग्रामीण ने दी जानकारी
ग्रामीण हरीशचंद्र ने बताया कि ग्राम प्रधान पति मेरे पास आकर जन सूचना अधिकार को वापस लेने की बात कहने लगे. मेरे द्वारा मना करने पर उन्होंने मुझे झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी दी. मामले को लेकर प्रधान पति ने 7 अक्टूबर को मनगढ़ंत कहानी बनाकर थाना पिनाहट में हरिश्चंद्र, दीवान सिंह, ग्यासीराम पुत्र बहादुर सिंह निवासी नगला दलेल पिनाहट के खिलाफ 307, 323, 504, 506 एससी-एसटी की धाराओं में मामला दर्ज करा दिया, जिस मामले में हरिश्चंद्र और उसके भाइयों को पता भी नहीं है कि मामला क्या हुआ है.

वहीं हरीशचंद्र के भाईयों का आरोप है कि पुलिस ने बिना जांच किए ही उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है. इस संबंध में सोमवार को वह एसएसपी आगरा बबलू कुमार से भी मिले थे. साथ ही एक शिकायती पत्र देकर विपक्षी द्वारा दर्ज कराए गए झूठे मुकदमे को खारिज करने की मांग की थी.

ग्रामीणों ने की पंचायत
इसके विरोध में गुरुवार को ग्रामीणों ने एकत्रित होकर पंचायत की. इस दौरान कहा गया कि अगर पुलिस ठीक से जांच नहीं करती है, तो एकत्र ग्रामीण आंदोलन कर कार्रवाई की मांग करेंगे. इस दौरान दर्जनों ग्रामीण मौजूद रहे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.