आगराः स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) और आगरा कमिश्नरेट पुलिस की संयुक्त टीम को बड़ी सफलता मिली है. सयुंक्त टीम ने हथियार तस्कर गिरोह के 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इनके पास से 10 पिस्टल बरामद हुई हैं. जो मध्य प्रदेश और बिहार में बनकर आती थीं. फिर, आगरा में बेची जाती थीं. गिरफ्तार तस्करों से एसटीएफ और पुलिस की पूछताछ में चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं. एमपी और बिहार से पिस्टल सुरक्षित रखने और पुलिस से बचने के लिए गिरोह ने कार में एक चैंबर बना रखा था, जिसे देखकर पुलिस भी हैरान रह गई. कार की कुर्सी के नीचे बने चैंबर में ये लोग पिस्टल छिपाकर लाते थे. एसटीएफ पहले भी आरोपित को जेल भेज चुकी है.
डीसीपी सिटी जोन विकास कुमार ने बताया कि हथियारों की तस्करी करने वाले गिरोह के सदस्यों श्रीभगवान, संतोष और कुशाल को एसटीएफ और पुलिस की टीम ने गिरफ्तार किया है. हथियारों की तस्करी की जानकारी मिलने पर एसटीएफ और पुलिस ने गिरोह पर निगरानी बढ़ाई थी. एसटीएफ और कमिश्नरेट पुलिस को कमला नगर इलाके में तस्कर गिरोह की जानकारी मिली, जिसके बाद टीम ने घेराबंदी की. टीम ने एक कार में सवार तीन युवकों को दबोच लिया. इस दौरान जब कार की तलाशी ली गई तो उसमें कार की कुर्सी के नीचे एक खास चैंबर बना मिला, जिसमें दस पिस्टल छिपाकर रखी गई थीं.
डीसीपी सिटी जोन विकास कुमार ने बताया कि पूछताछ में अभियुक्तों ने खुलासा किया है कि पिस्टल बिहार और मध्यप्रदेश से 10 से 12 हजार रुपये में पिस्टल समेत अन्य हथियार भी लेकर आते थे. फिर पिस्टल को आगरा समेत आसपास के जिलों में शातिरों को 20 हजार रुपये तक में बेचते थे. वो कई साल से हथियार तस्करी कर रहे थे. उन्होंने अब तक सैकड़ों पिस्टल और अन्य असलाह शातिरों को बेच चुके हैं. पुलिस अब इस मामले में हथियार तस्करी गिरोह की कड़ी को जोड़ रही कर मामले की जांच कर रही है.
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