आगरा: जनपद में लगातार डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है. सरकारी व प्राइवेट अस्पतालों में कुल मिलाकर 300 से ज्यादा डेंगू के मरीज भर्ती होंगे. जिले में इस बीच जंबो पैक की डिमांड अत्यधिक बढ़ रही है. प्लेटलेट्स डाउन होने पर डॉक्टर के सलाह पर मरीजों के परिजनों को जंबो पैक लाने के लिए कहा जाता है. ऐसे में आगरा में ब्लड बैंकों पर जंबो पैक के लिए 1 दिन में 100 से भी ज्यादा लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन अत्यधिक जंबो पैक मशीन द्वारा न बन पाने पर मरीजों के परिजन मायूस होकर लौट रहे हैं.
जंबो पैक की खासियत
मानव सेवा चैरिटेबल ट्रस्ट के डॉ. ओमी ने बताया कि जंबो पैक (सिंगल एफेरेसिस प्लेटलेट्स) होता है. इसको मशीन के द्वारा तैयार कराया जाता है. जंबो पैक तैयार करने के लिए सामने वाले व्यक्ति का वजन 62 किलो से कम नहीं होना चाहिए और प्लेटलेट्स कम से कम 2 लाख होनी चाहिए. वहीं, हिमोग्लोबिन साढ़े 12 होना चाहिए. तभी वह व्यक्ति ब्लड दे सकता है और मशीन के द्वारा जंबो पैक तैयार किया जा सकता है.
घंटों इंतजार के बाद भी नहीं मिल रहा जंबो पैक
डॉ. ओम चौधरी ने बताया कि उनके ब्लड बैंक में 1 दिन में 100 से ज्यादा लोग पहुंच रहे हैं. जंबो पैक को मशीन 1 घंटे में 1 ही जंबो पैक तैयार कर पाती है. ऐसे में वह प्रतिदिन 22 से 23 लोगों को ही जंबो पैक उपलब्ध करा पा रहे हैं. क्योंकि जंबो पैक तैयार करने में मशीन को वक्त लगता है और 24 घंटे मशीन नहीं चल सकती जबकि और मशीनों की भी व्यवस्था की जाए तो मशीनें भी 25 से 30 लाख की आती है जो कि इतनी बड़ी रकम होती है. इसलिए ज्यादातर लोगों को घंटों इंतजार करने के बाद भी जंबो पैक नहीं मिल पा रहा है.
दूर-दूर से पहुंच रहे हैं लोग
डॉ. ओम ने बताया कि जितने मामले डेंगू के आगरा में नहीं है उससे कहीं ज्यादा मामले बाहर से आ रहे हैं. मैनपुरी, एटा, फिरोजाबाद, मथुरा, इटावा के अलावा अन्य जगहों से भी लोग आगरा में जंबो पैक लेने आ रहे हैं.
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