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यूपी के आध्यात्मिक नक्शे पर होगा पंडित श्रीराम शर्मा की जन्मभूमि आंवलखेड़ा - श्रीराम शर्मा आचार्य की जन्मभूमि आंवलखेड़ा

उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने आध्यात्मिक पर्यटन के लिए फंड देने की घोषणा की थी. सरकार की इस नीति के कारण आगरा के आंवलखेड़ा में भी विकास कार्य कराए जा रहे हैं. आंवलखेड़ा (Aanwalkheda Agra) गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की जन्मस्थली (Pandit Shriram Sharma birth place) है, इस कारण यहां गायत्री परिवार से जुड़े लोगों का आना-जाना लगा रहता है.

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Etv Bharat Pandit Shriram Sharma Aanwalkheda
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Published : Nov 30, 2022, 2:03 PM IST

आगरा : योगी सरकार ने यूपी में नई पर्यटन नीति लागू की है. जिसमें रामायण सर्किट, श्रीकृष्ण सर्किट, महाभारत सर्किट और आध्यात्मिक पर्यटन पर जोर दिया गया है. आगरा में भी आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. भले ही योगी सरकार ने आध्यत्मिक सर्किट में तीर्थराज बटेश्वर धाम और शौरीपुर शामिल किए हैं. आगरा का आंवलखेड़ा गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की जन्म और कर्मस्थली है. योगी सरकार ने आध्यात्मिक केंद्र आंवलखेड़ा के विकास का भी खाका तैयार किया है. आंवलखेड़ा में विकास कार्य के लिए करीब दो करोड़ रुपए का बजट जारी किया है.

गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की आंवलखेड़ा जन्मस्थली (Pandit Shriram Sharma birth place) है. यह उनकी कर्मभूमि भी रही है. पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की जन्मभूमि आंवलखेड़ा को भव्य दिव्य आध्यात्मिक स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है. यहां हर साल बड़ी संख्या में एनआरआई और विदेशी श्रद्धालु पहुंचते हैं और रात्रि में विश्राम भी करते हैं. श्रीराम शर्मा आचार्य से जुड़े होने के कारण एत्मादपुर विधानसभा से भाजपा विधायक डॉ धर्मपाल सिंह ने आंवलखेड़ा को विकसित करने का प्रयास किया. अब योगी सरकार ने मंदिर प्रबंधन की अनुमति से एक भव्य गेस्ट हाउस बनाने और अन्य विकास कार्य के लिए 1.97 करोड़ की बजट जारी किया है. इसमें आंवलखेड़ा-चौकड़ा मार्ग पर पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के नाम से मुख्यद्वार निर्माण किया जाएगा.

Pandit Shriram Sharma Aanwalkheda
पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने शांतिकुंज हरिद्वार में गायत्री परिवार की स्थापना की थी. भारत और विदेश में रहने वाले गायत्री परिवार के लोग आवंलखेड़ा आते हैं.
भाजपा विधायक क्षेत्रीय विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह ने बताया कि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की जन्मभूमि आंवलखेड़ा में दूर-दराज से श्रद्धालु और सैलानी आते हैं. आंवलखेड़ा में दो मंजिला भवन का निर्माण होना है. अभी एक मंजिल की स्वीकृति मिली है. फिलहाल हॉल निर्माण के बाद मंदिर में कॉन्फ्रेंस हॉल, लाइब्रेरी, ध्यान, अनुष्ठान, भोजनालय बनाया जाएगा. भव्य गेस्ट हाउस में करीब 50 से सौ अतिथि रुक सकेंगे. इसके साथ ही चौकड़ा रोड पर पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के नाम से मुख्यद्वार बनाया जाएगा. आंवलखेड़ा मंदिर प्रबंधन की अनुमति से क्षेत्रीय बच्चों के लिए स्टडी हॉल बनवाएंगे. जिससे बच्चों को निशुल्क पाठ्य सुविधाएं मिल सकेंगी. हॉल बनाने के लिए निर्माण स्थल की मिट्टी भी परीक्षण कराया जा रहा है. गुरु पूर्णिमा पर जुटती है श्रद्धालुओं की भीड़ : पुजारी राजेंद्र सिंह का कहना है कि, गायत्री परिवार के संस्थापक गुरूजी पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की जन्मस्थली होने के कारण आंवलखेड़ा में पूर्णमासी और गुरु पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालु गुरु दक्षिणा कार्यक्रम में शामिल होते हैं. यहां पर प्रतिदिन सुबह से रात आठ बजे तक माता गायत्री के दर्शन और हवन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए श्रद्धालु पहुंचते हैं. मंदिर परिसर में महाकाल मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. पढ़ें : आगरा के लिविंग स्टैच्यू गोल्डमैन स्माइल, ताजमहल देखने वाले पर्यटकों को देते हैं मुस्कुराहट

आगरा : योगी सरकार ने यूपी में नई पर्यटन नीति लागू की है. जिसमें रामायण सर्किट, श्रीकृष्ण सर्किट, महाभारत सर्किट और आध्यात्मिक पर्यटन पर जोर दिया गया है. आगरा में भी आध्यात्मिक पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. भले ही योगी सरकार ने आध्यत्मिक सर्किट में तीर्थराज बटेश्वर धाम और शौरीपुर शामिल किए हैं. आगरा का आंवलखेड़ा गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की जन्म और कर्मस्थली है. योगी सरकार ने आध्यात्मिक केंद्र आंवलखेड़ा के विकास का भी खाका तैयार किया है. आंवलखेड़ा में विकास कार्य के लिए करीब दो करोड़ रुपए का बजट जारी किया है.

गायत्री परिवार के संस्थापक पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की आंवलखेड़ा जन्मस्थली (Pandit Shriram Sharma birth place) है. यह उनकी कर्मभूमि भी रही है. पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की जन्मभूमि आंवलखेड़ा को भव्य दिव्य आध्यात्मिक स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है. यहां हर साल बड़ी संख्या में एनआरआई और विदेशी श्रद्धालु पहुंचते हैं और रात्रि में विश्राम भी करते हैं. श्रीराम शर्मा आचार्य से जुड़े होने के कारण एत्मादपुर विधानसभा से भाजपा विधायक डॉ धर्मपाल सिंह ने आंवलखेड़ा को विकसित करने का प्रयास किया. अब योगी सरकार ने मंदिर प्रबंधन की अनुमति से एक भव्य गेस्ट हाउस बनाने और अन्य विकास कार्य के लिए 1.97 करोड़ की बजट जारी किया है. इसमें आंवलखेड़ा-चौकड़ा मार्ग पर पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के नाम से मुख्यद्वार निर्माण किया जाएगा.

Pandit Shriram Sharma Aanwalkheda
पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य ने शांतिकुंज हरिद्वार में गायत्री परिवार की स्थापना की थी. भारत और विदेश में रहने वाले गायत्री परिवार के लोग आवंलखेड़ा आते हैं.
भाजपा विधायक क्षेत्रीय विधायक डॉ. धर्मपाल सिंह ने बताया कि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की जन्मभूमि आंवलखेड़ा में दूर-दराज से श्रद्धालु और सैलानी आते हैं. आंवलखेड़ा में दो मंजिला भवन का निर्माण होना है. अभी एक मंजिल की स्वीकृति मिली है. फिलहाल हॉल निर्माण के बाद मंदिर में कॉन्फ्रेंस हॉल, लाइब्रेरी, ध्यान, अनुष्ठान, भोजनालय बनाया जाएगा. भव्य गेस्ट हाउस में करीब 50 से सौ अतिथि रुक सकेंगे. इसके साथ ही चौकड़ा रोड पर पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के नाम से मुख्यद्वार बनाया जाएगा. आंवलखेड़ा मंदिर प्रबंधन की अनुमति से क्षेत्रीय बच्चों के लिए स्टडी हॉल बनवाएंगे. जिससे बच्चों को निशुल्क पाठ्य सुविधाएं मिल सकेंगी. हॉल बनाने के लिए निर्माण स्थल की मिट्टी भी परीक्षण कराया जा रहा है. गुरु पूर्णिमा पर जुटती है श्रद्धालुओं की भीड़ : पुजारी राजेंद्र सिंह का कहना है कि, गायत्री परिवार के संस्थापक गुरूजी पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य की जन्मस्थली होने के कारण आंवलखेड़ा में पूर्णमासी और गुरु पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालु गुरु दक्षिणा कार्यक्रम में शामिल होते हैं. यहां पर प्रतिदिन सुबह से रात आठ बजे तक माता गायत्री के दर्शन और हवन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए श्रद्धालु पहुंचते हैं. मंदिर परिसर में महाकाल मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. पढ़ें : आगरा के लिविंग स्टैच्यू गोल्डमैन स्माइल, ताजमहल देखने वाले पर्यटकों को देते हैं मुस्कुराहट
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