ETV Bharat / state

आगरा: चटनी बनी काल, फूड पॉइजनिंग के शिकार परिवार ने खोई बच्ची

टमाटर की चटनी एक परिवार के लिये काल का गाल बन गई, जहां एक ही परिवार के सात सदस्य चटनी खाने के बाद बीमार पड़ गए. इलाज के लिये सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इस दौरान परिवार की बच्ची ने दम तोड़ दिया.

author img

By

Published : Jul 3, 2019, 2:02 PM IST

अस्पताल में भर्ती फूड पॉइजनिंग के मरीज.

आगरा: सैंया ब्लॉक के ककरारी गांव में एक ही परिवार के सात सदस्य फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए. सोमवार शाम सभी ने टमाटर और प्याज की चटनी खाने के साथ खाई थी. देर रात सभी के पटे में पहले तो दर्द उठा और बाद में उल्टी-दस्त के साथ तेज बुखार आ गया. सभी को गंभीर हालत में सैंया के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत गंभीर होने पर मंगलवार तड़के जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. मंगलवार देर रात एसएन हॉस्पिटल में परिवार की एक बच्ची ने दम तोड़ दिया, जबकि परिवार के छह सदस्यों का इलाज अभी चल रहा है.

जानकारी देते डॉक्टर.

टमाटर की चटनी बनी परिवार के लिए काल
ककरारी गांव निवासी चंदन ने बताया कि सोमवार शाम को पत्नी राजकुमारी ने टमाटर और प्याज की चटनी बनाई थी. पिता किरोड़ी लाल, मां भगवान देवी, बच्चे सुमित, वीनेश और नाव्या और पत्नी राजकुमारी ने खाने के साथ चटनी खाई थी. चंदन ने बताया कि वह जब बाजार से लौटकर आया है तो उसने भी खाने के साथ चटनी खा ली.

उपचार के दौरान बेटी ने तोड़ा दम
सोमवार देर रात सभी के पेट में पहले तो दर्द उठा और बाद में उल्टी-दस्त के साथ तेज बुखार आ गया. आनन-फानन में सभी को सैंया स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत में सुधार नहीं होने पर मंगलवार तड़के जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. यहां सभी को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया. मंगलवार देर रात हालत बिगड़ने पर भगवान देवी और नाव्या को गंभीर हालत में एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जहां उपचार के दौरान नाव्या ने दम तोड़ दिया.

गर्मी के मौसम में बासी खाने से करें परहेज
बच्ची की मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है. परिवार के छह सदस्यों का इलाज अभी चल रहा है. सीएमएस डॉ. सतीश वर्मा ने बताया सभी मरीजों का इलाज इमरजेंसी में चल रहा है. सभी फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए थे. सीएमएस ने कहा कि उमस और गर्मी के मौसम में लोग बासी खाने से बचें. इससे वह स्वस्थ रहेंगे और फूड पॉइजनिंग का शिकार भी नहीं होंगे.

आगरा: सैंया ब्लॉक के ककरारी गांव में एक ही परिवार के सात सदस्य फूड पॉइजनिंग का शिकार हो गए. सोमवार शाम सभी ने टमाटर और प्याज की चटनी खाने के साथ खाई थी. देर रात सभी के पटे में पहले तो दर्द उठा और बाद में उल्टी-दस्त के साथ तेज बुखार आ गया. सभी को गंभीर हालत में सैंया के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत गंभीर होने पर मंगलवार तड़के जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. मंगलवार देर रात एसएन हॉस्पिटल में परिवार की एक बच्ची ने दम तोड़ दिया, जबकि परिवार के छह सदस्यों का इलाज अभी चल रहा है.

जानकारी देते डॉक्टर.

टमाटर की चटनी बनी परिवार के लिए काल
ककरारी गांव निवासी चंदन ने बताया कि सोमवार शाम को पत्नी राजकुमारी ने टमाटर और प्याज की चटनी बनाई थी. पिता किरोड़ी लाल, मां भगवान देवी, बच्चे सुमित, वीनेश और नाव्या और पत्नी राजकुमारी ने खाने के साथ चटनी खाई थी. चंदन ने बताया कि वह जब बाजार से लौटकर आया है तो उसने भी खाने के साथ चटनी खा ली.

उपचार के दौरान बेटी ने तोड़ा दम
सोमवार देर रात सभी के पेट में पहले तो दर्द उठा और बाद में उल्टी-दस्त के साथ तेज बुखार आ गया. आनन-फानन में सभी को सैंया स्थित सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां हालत में सुधार नहीं होने पर मंगलवार तड़के जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. यहां सभी को इमरजेंसी में भर्ती कराया गया. मंगलवार देर रात हालत बिगड़ने पर भगवान देवी और नाव्या को गंभीर हालत में एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जहां उपचार के दौरान नाव्या ने दम तोड़ दिया.

गर्मी के मौसम में बासी खाने से करें परहेज
बच्ची की मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है. परिवार के छह सदस्यों का इलाज अभी चल रहा है. सीएमएस डॉ. सतीश वर्मा ने बताया सभी मरीजों का इलाज इमरजेंसी में चल रहा है. सभी फूड पॉइजनिंग का शिकार हुए थे. सीएमएस ने कहा कि उमस और गर्मी के मौसम में लोग बासी खाने से बचें. इससे वह स्वस्थ रहेंगे और फूड पॉइजनिंग का शिकार भी नहीं होंगे.

Intro:आगरा. जिले के सैंया ब्लॉक के ककरारी गांव में एक ही परिवार के 7 सदस्य फूड पोइजनिंग का शिकार हुए हैं. परिवार ने सोमवार शाम टमाटर और प्याज की चटनी से खाना खाया था. इसके बाद देर रात करीब सबा बजे सभी की तबीयत बिगड़ती चली गई. पहले पेट में दर्द, फिर उल्टी और दस्त के बाद तेज बुखार ने उन्हें घेर लिया. परिवार के लोग गंभीर हालत में सभी को को पहले सैंया के सरकारी अस्पताल पहुंचे. जहां से गंभीर हालत होने पर मंगलवार तडके जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. मंगलवार देर रात एसएन हास्पिटल में बच्ची ने दम तोड़ दिया. परिवार के पांच सदस्यों का उपचार चल रहा है.


Body:गांव ककरारी निवासी मजदूर चंदन ने बताया कि सोमवार शाम को पत्नी राजकुमारी ने टमाटर और प्याज की चटनी बनाई. परिवार में मौजूद पिता किरोड़ी लाल, माताजी भगवान देवी, बच्चे सुमित,वीनेश और नाव्या,पत्नी राजकुमारी ने चटनी से खाना खाया. वह जब बाजार से लौट कर के आया है और चटनी से ही खाना खाया. सोमवार देर रात बाद परिवार के सभी लोगों के पहले पेट में दर्द होने लगा. फिर उसके बाद सभी को उल्टी और दस्त शुरू हो गए. बुखार भी आ गया. इस पर सभी को लेकर परिवार के लोग सैंया स्थित सरकारी अस्पताल पहुंचे. जहां पर कुछ देर उपचार चला और हालत में सुधार नहीं होने पर सभी को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया. मंगलवार सुबह 7:30 बजे सभी सैंया के सरकारी अस्पताल से जिला अस्पताल पहुंचे. जहां इमरजेंसी में उनका उपचार शुरू हुआ. मंगलवार देर रात हालत बिगड़ने पर दादीभगवान देवी और नातिन नाव्या को गंभीर हालत में एसएन मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया. जहां उन्होंने उपचार के दौरान नाव्या ने दम तोड़ दिया. बच्ची की मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है. परिवार के पांच सदस्यों का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है. सीएमएस डॉ. सतीश वर्मा ने बताया सातों सदस्यों का उपचार इमरजेंसी में चल रहा है. फूड के शिकार हुए. मेरा सभी से यही कहना है कि, इस समय उमस और गर्मी के मौसम में लोग बासी खाने से बचें. इससे वह स्वस्थ रहेंगे और सूट पहुंचने का शिकार भी नहीं होंगे.


Conclusion:टमाटर की चटनी खाने से एक ही परिवार के 7 सदस्यों की हालत बिगड़ी. गंभीर हालत में सभी जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए. परिवार के सदस्य फूड प्वाइजनिंग का शिकार हुए हैं. बच्ची की उपचार के दौरान मौत होने से घर में कोहराम मचा हुआ है. . ...... पहली बाइट परिवार के मुखिया मजदूर चंदन सिंह की और दूसरी बाइट सीएमएस डॉ. सतीश वर्मा की. परिवार सदमे में है. इसलिए अभी किसी बात नहीं कर रहा है. ..... श्यामवीर सिंह आगरा 8387893357
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.