आगराः केंद्र सरकार ने देश में 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगा दी. इसी क्रम में आगरा नगर निगम ने 4 दिन तक प्लास्टिक के खिलाफ अभियान भी चलाया. इसके बावजूद भी लोग प्लास्टिक का उपयोग कम नहीं कर रहे हैं. सब्जी मंडी हो या बाजार सभी में दुकानदार और ग्राहक खुलेआम प्लास्टिक का उपयोग कर रहे हैं.
इसे देखते हुए अब नगर निगम ने जन जागरूकता अभियान चलाने की तैयारी की है. जिससे लोगों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जाएगा. साथ ही जनता का भी कहना है कि, प्लास्टिक मुक्त आगरा तभी बनाया जा सकता है, जब जनता जागरुक हो और साथ ही जिम्मेदार विभाग की ओर से प्लास्टिक के उपयोग करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें.
सिंगल यूज प्लास्टिक में शामिल हैं 19 तरह के प्लास्टिक उत्पाद
बता दें, कि सिंगल यूज प्लास्टिक में 19 तरह के प्लास्टिक उत्पाद शामिल हैं. प्लास्टिक कैरी बैग, पॉलीथिन, प्लास्टिक स्टिक वाले ईयर बर्ड्स, गुब्बारों के लिए प्लास्टिक स्टिक, प्लास्टिक के झंडे, कैंडी स्टिक, आइसक्रीम स्टिक, थर्माकोल, प्लास्टिक की प्लेट, प्लास्टिक कप, मिठाई के डिब्बों को रैप करने वाली फिल्म, सिगरेट का पैकेट, कटलरी, कांटे, चम्मच और चाकू समेत अन्य तमाम उत्पाद हैं. गौतलब है कि ये सब पॉलिथीन पर्यावरण के लिए बेहद खतरनाक साबित हो रही है.
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हमें बदलनी होगी अपनी आदत
युवा अनिल शर्मा का कहना है कि प्लास्टिक सेहत के लिए बेहद खतरनाक है. और इस पर रोक लगाई जाना सरकार का अच्छा कदम है. लेकिन इसके लिए हमें अपनी आदत में बदलाव करना होगा. हमें खुद बाजार जाते समय घर से थैला लेकर जाना होगा. यदि हम ऐसा करेंगे तो दुकानदार भी हमें पॉलिथीन नहीं देगा. हम थैला लेकर नहीं जाएंगे तो दुकानदार की मजबूरी सामान को पॉलिथीन में देने की बन जाएगी. इसलिए लोगों का जागरूक होना बेहद जरूरी है.
निर्माता और विक्रेता के खिलाफ हो सख्त कार्रवाई
वहीं, युवा प्रशांत शुक्ला का कहना है कि पॉलिथीन पर बैन लगना चाहिए. क्योंकि यह पर्यावरण के लिए बहुत ही खराब है. उनका कहना है कि छोटे-छोटे दुकानदारों, पॉलिथीन के थोक विक्रेताओं से पहले सराकरा को पॉलिथीन का निर्माण करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनीचाहिए. कार्रवाई का स्तर सही होना चाहिए. तभी जाकर पॉलिथीन पर पूर्ण रूप से रोक लग सकती है.
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पॉलीथीन सेहत के लिए है खतरनाक
आगरा महापौर नवीन जैन ने कहा कि पॉलिथीन पर्यावरण के साथ ही सेहत के लिए भी बेहद खतरनाक है. पॉलीथिन के कप में चाय पीने या गर्म दूध पॉलिथीन में लाने से पॉलिथीन के तमाम केमिकल उसमें घुलते हैं, जिसकी वजह से कैंसर जैसी बीमारी लोगों को हो रही हैं. केंद्र सरकार की ओर से सिंगल यूज प्लास्टिक पर रोक लगाई गई है. इसको लेकर आगरा में नगर निगम की ओर से पॉलिथीन के खिलाफ अभियान चलाया गया है.
शहर में चलाया जाएगा जन जागरूकता अभियान
आगरा को पॉलिथीन मुक्त बनाने के लिए नगर निगम की ओर से सभी 90 वार्ड के पार्षदों के साथ मिलकर योजना बनाई है. इस योजना में तमाम सामाजिक संगठन, एनजीओ के साथ ही जागरूक जनता को भी शामिल किया गया है. इसके जरिए अब शहर भर में जन जागरूकता अभियान शुरू किया जाएगा. जिसमें लोगों को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताया जाएगा. प्लास्टिक सेहत के लिए कितनी हानिकारक है. यह सब बताया जाएगा. साथ ही नगर निगम की ओर से प्लास्टिक का उपयोग करने वाले प्लास्टिक कारोबार से जुड़े हुए लोगों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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