आगराः उत्तर प्रदेश के आगरा जनपद ब्लॉक पिनाहट क्षेत्र में चंबल सेंचुरी का दायरा घटाने की मांग को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री के नेतृत्व में तीन दिवसीय जन जागरण यात्रा का आयोजन हुआ. जिसमें बाइक रैली निकाली गई. यात्रा में हजारों की संख्या में समर्थकों एवं ग्रामीणों की भीड़ उमड़ पड़ी, वहीं यात्रा का ग्रामीणों द्वारा गांव-गांव में पुष्प वर्षा कर स्वागत व सम्मान किया गया.
तहसील बाह क्षेत्र से सटी चंबल नदी सेंचुरी एरिया का घड़ियाल, मगरमच्छ,जलीय जीवों सहित वन्यजीवों के लिए संरक्षित है. चंबल सेंचुरी का अभ्यारण दायरा एरिया करीब 8 किलोमीटर है. जिसके कारण किसानों की खेती भी चंबल सेंचुरी एरिया में आती है. चंबल सेंचुरी होने के कारण किसान अपने खेतों से मिट्टी यहां तक की पेड़ की डाल भी नहीं काट सकते बीते कई वर्षों से चंबल पट्टी के किसान ग्रामीण चंबल सेंचुरी एरिया के पाबंदी के चलते अपनी फसलों को और जमीनों का लाभ नहीं ले पा रहे हैं. साथ ही चंबल पट्टी के गांव में चंबल सेंचुरी होने के कारण विकास कार्य भी नहीं हो पा रहा है. जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.
ग्रामीणों की परेशानी को लेकर पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता राजा अरिदमन सिंह ने चंबल सेंचुरी एरिया में बसे गांव के हजारों ग्रामीणों के खुशहाल जीवन के लिए उत्तर प्रदेश सरकार से मध्यप्रदेश और राजस्थान की तर्ज पर चंबल सेंचुरी का दायर कम करने की मांग उठाई है. पूर्व मंत्री ने चंबल नदी सेंचुरी एरिया का दायरा मात्र एक किलोमीटर करने एवं चंबल पट्टी के ग्रामीणों जागरूक करने के लिए बाह तहसील के पिनाहट ,बाह, जैतपुर ब्लॉकों में दिसंबर 6,7,8 को तीन दिवसीय जन जागरण यात्रा विशाल बाइक रैली आयोजन किया.
पूर्व कैबिनेट मंत्री ने ग्रामीणों को बताया कि चंबल सेंचुरी का दायरा मध्य प्रदेश राजस्थान की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी मात्र 1 किलोमीटर ही होना चाहिए ताकि ग्रामीणों को कोई परेशानी ना हो और चंबल पट्टी के गांव में आसानी से विकास कार्य हो सके. जोकि चंबल सेंचुरी होने के कारण अभी पाबंदी के चलते नहीं हो पा रहा है. उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश सरकार के पर्यावरण, वन विभाग और जलवायु परिवर्तन मंत्री को पत्र लिखकर भेजकर अवगत कराया है कि चंबल सेंचुरी में जलचर गहरे पानी में ही सुविधा पूर्वक रहते हैं ना कि बीहड़ क्षेत्र में जलचर गांव में निवास करते हैं. उक्त जीव जंतु चंबल में ही विचरण और प्रजनन करते हैं.
इसलिए चंबल सेंचुरी को 8 किलोमीटर बीहड़ तक निर्धारित किया जाना किसी प्रकार भी तर्कसंगत नहीं है. जन जागरण यात्रा के दौरान पूर्व कैबिनेट मंत्री ने केंद्र एवं प्रदेश सरकार की जमकर सराहना करते हुए सरकार द्वारा चलाई जा रही विकास कार्य योजनाओं की उपलब्धियां गिनाई और कहा कि आज हजारों की संख्या में जन जागरण यात्रा में लोगों का समर्थन मिला है उसे लेकर लोगों का तहे दिल से धन्यवाद है.
इन गांवों में होगा चंबल सेंचुरी का दायरा कम होने पर विकास
चंबल सेंचुरी के 8 किलोमीटर बीहड़ तक निर्धारित है. जिसका धारा कम करने के लिए पूर्व कैबिनेट मंत्री ने आवाज उठाई है. दायरा कम होने पर तहसील बाह क्षेत्र के पडुआपुरा, करकौली, मंहगोली, नदगवाँ, उमरैठा, रेहा, बरेंडा, तासौड़,बघरैना, हरलालपुरा, गुड़ा,बरहा, भगवानपुरा, केंजरा, भटपुरा, रानीपुरा, उमरैठा पुरा, जेबरा, खिल्ली, गुर्जा शिवलाल, खेड़ा राठौर,बासौनी, क्योरी बीच का पुरा, विप्रावली, सहित आदि गांवों में विकास हो सकेगा और इन गांव के हजारों ग्रामीणों का जीवन में खुशियां आएंगी.
सेंचुरी क्षेत्र में अभी तक नहीं हो पा रही सुविधाएं
चंबल सेंचुरी क्षेत्र में लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. यहां जीवन के लिए उपयोगी मूलभूत सुविधाएं भी गांववासियों को उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं. चंबल सेंचुरी एरिया होने के कारण बीहड के गांव में कोई विकास कार्य हो पाते हैं. ग्रामवासी बिजली, पानी एवं सड़क आदि की जरूरी सुविधाओं से वंचित रह कर नारकीय जीवन जीने पर मजबूर हैं.