आगरा: जनपद के रकाबगंज थाना क्षेत्र के बालूगंज स्थित एक मकान में इनवर्टर की बैटरी में आग लग गई. आग लगने से कमरों मे धुंआ फैल गया. ऊपरी मंजिल के कमरे में पति-पत्नी और दो बच्चे सो रहे थे. वहीं, चारों लोगों का दम घुटने लगा. आनन-फानन में घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और फायरब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंच गईं. पुलिस ने सभी को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है. घटना में पति की दम घुटने से मौत हो गई, जबकि पत्नी और बच्चों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक फायरब्रिगेड कर्मचारियों को मकान के पहले माले के बाथरूम में फिजियोथेरेपिस्ट, उसकी पत्नी और दो बच्चे अचेत अवस्था में मिले. जबकि, फिजियोथेरेपिस्ट के पिता फर्श पर अचेत पड़े थे. पुलिस और फायरब्रिगेड की टीम ने स्थानीय लोगों की मदद से सभी अचेत परिजनों को किसी तरह से मकान से बाहर निकाला और उन्हें इलाज के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया.
वहीं, इस घटना में दम घुटने से फिजियोथेरेपिस्ट की मौत हो गई. बता दें कि, बालूगंज स्थित मुरली मनोहर मंदिर के पास अधिवक्ता ग्याप्रसाद दीक्षित का दो मंजिला मकान है. शनिवार देर रात को ग्याप्रसाद दीक्षित मकान के भूतल पर बने एक कमरे में सोने गए. उनका बेटा फिजियोथेरेपिस्ट (48) आशीष दीक्षित, उनकी पत्नी प्राची (45), बेटा अंशू (17) और खुशी (20) पहले माले पर सो रहे थे.
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मामले में मीडियाकर्मियों से मुखातिब हुए एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने कहा कि देर रात भूतल पर रखे इनवर्टर में शार्ट सर्किट से आग लगने से दीक्षित परिवार के सदस्य बाहर नहीं निकल पाए. वहीं, मृतक की पत्नी प्राची ने सुबह करीब 3.15 बजे 112 पर काल करके आग लगने की सूचना दी. इसके बाद पुलिस और फायरब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंच गई.
पुलिस और फायरब्रिगेड की टीम ने भूतल पर सो रहे ग्याप्रसाद दीक्षित को दरवाजा तोड़कर बाहर निकाला और उन्हें अचेत अवस्था में ही एसएन मेडिकल कॉलेज की इमरजेंसी में विभाग में भर्ती कराया गया है. इसके बाद मकन के पहले माले पर सो रहे परिवार के अन्य सदस्यों को भी स्थानीयों की मदद से बाहर निकाला गया और उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
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