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इंटरनेशनल शूज फेयर का समापन, भारत के शूज कारोबार को लगेगा 20 हजार करोड़ का बूस्टर - आगरा की खबरें

इंटरनेशनल शूज फेयर 'मीट एट आगरा' (International Shoes Fair Meet at Agra) का रविवार देर शाम समापन हो गया. तीन दिन तक आगरा-दिल्ली हाईवे पर गांव सिंगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर (Agra Trade Center) में चले इस फेयर में शूज कारोबारी नई-नई तकनीक से रूबरू हुए.

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इंटरनेशनल शूज फेयर
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Published : Oct 10, 2022, 5:08 PM IST

आगराः फुटवियर मैन्युफेक्चरर्स एंड एक्सपाेर्टर्स चेंबर (FMAKE) के इंटरनेशनल फेयर 'मीट एट आगरा' (Meet at Agra) का रविवार देर शाम समापन हो गया. तीन दिन आगरा-दिल्ली हाईवे पर गांव सिंगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर पर शूज कारोबारी नई-नई तकनीक से रूबरू हुए. मीट एट आगरा से भारत में 20 हजार करोड़ के शूज कारोबार की नींव रखी गई. अगले साल 2023 में मीट एट आगरा का आयोजन 20, 21 और 22 अक्टूबर को होगा.

एफमेक (FMAKE) अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि इंटरनेशनल शूज फेयर से सप्लाई चैन मजबूत होती है. दुनिया के अन्य फेयर की तुलना में ये फेयर कई मायने में खास है. यहां पर विश्व के 45 देशों की एग्जीबिटर्स की भागीदारी बेहद अहम है. इंटरनेशनल फेयर समापन समारोह में इस साल बेस्ट स्टॉल धारकों को सम्मानित किया गया.

बता दें कि 'मीट एट आगरा' इंटरनेशनल शूज फेयर के एग्जिबिशन हॉल में लगी स्टॉल्स पर नई-नई मशीनें से जूता कारोबार से जुड़े लोग रूबरू हुए. जूता कारोबारी और एफमेक से जुड़े शूज कारोबारियों का मानना है कि, यह आयोजन आज भारत के जूता कारोबारियों की जरुरत बन गया uw.

एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर का कहना है कि तेजी से बढ़ते तकनीकी युग में जूता कारोबार में क्रांतिकारी परिवर्तन आए हैं. फुटवियर मैटेरियल की बात करें तो आज जूता केवल लेदर तक सीमित नहीं है. कई प्रकार के मेटेरियल से बने फुटवियर आज प्रचलन में हैं. वहीं, आधुनिक मशीनरी ने इसमें कई तरह के रचनात्मक बदलाव किए हैं. आज हजारों किस्म की डिजाइन फुटवियर को आकर्षक बना रही हैं.

उम्मीद से कई गुना अधिक रहा रिस्पांस
एफमेक उपाध्यक्ष राजेश सहगल का कहना है कि, मीट एट आगरा कोरोना महामारी के चलते दो साल बाद आयोजित हुई है. उम्मीद से कई गुना अधिक इसको इंडस्ट्री का सपोर्ट मिला है. लोगों में इसके आयोजन की तरीखों की घोषणा करते ही जिस प्रकार का उत्साह देखने को मिला था वह यह समझने के लिए पर्याप्त है कि, मीट एट आगरा आज देश के जूता निर्यातकों की आवश्यकता बन गया है.

यह रहे मौजूद
कन्वीनर कैप्टन एएस राना, एफमेक उपाध्यक्ष राजेश सहगल, गोपाल गुप्ता, महासचिव राजीव वासन, सचिव ललित अरोड़ा, सुनील जोशन, ओपिंदर लवली, सीफटीआई के निदेशक सनातन साहू, चंद्र शेखर जीपीआई सीसीएलए के अजय शर्मा, ब्रजेश शर्मा आदि विशेष रूप से मौजूद रहे.

इन्हें मिला पुरस्कार
बेस्ट स्टॉल इन इनोवेटिव प्रोडक्ट्स केटेगरी

  • इमेजिन फाइबर्स प्राइवेट लिमिटेड
  • एआरएस इंडिया

बेस्ट स्टॉल इन प्रजेंटेशन केटेगरी

  • अलर्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
  • बेस्ट स्टॉल इन मॉल्टी प्रोडक्ट्स केटेगरी
  • सरीन इंटरप्राइजेज

मीट एट आगरा-2022 पर एक नजर

  • 45 देशों ने की भागीदारी.
  • 150 एग्जीबिटर्स आए.
  • 240 स्टॉल्स लगी.
  • 20 करोड़ रुपये का अनुमानित कारोबार हुआ.
  • 21,400 विजिटर्स आए फेयर में.
  • 5,732 रजिस्टर्स ट्रेड विजिटर्स आए.
  • 4,200 भावी उद्यमी विजिटर्स आए.

पढ़ेंः इंटरनेशनल शूज फेयर 'मीट एट आगरा' का आगाज, नहीं आए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल

आगराः फुटवियर मैन्युफेक्चरर्स एंड एक्सपाेर्टर्स चेंबर (FMAKE) के इंटरनेशनल फेयर 'मीट एट आगरा' (Meet at Agra) का रविवार देर शाम समापन हो गया. तीन दिन आगरा-दिल्ली हाईवे पर गांव सिंगना स्थित आगरा ट्रेड सेंटर पर शूज कारोबारी नई-नई तकनीक से रूबरू हुए. मीट एट आगरा से भारत में 20 हजार करोड़ के शूज कारोबार की नींव रखी गई. अगले साल 2023 में मीट एट आगरा का आयोजन 20, 21 और 22 अक्टूबर को होगा.

एफमेक (FMAKE) अध्यक्ष पूरन डावर ने बताया कि इंटरनेशनल शूज फेयर से सप्लाई चैन मजबूत होती है. दुनिया के अन्य फेयर की तुलना में ये फेयर कई मायने में खास है. यहां पर विश्व के 45 देशों की एग्जीबिटर्स की भागीदारी बेहद अहम है. इंटरनेशनल फेयर समापन समारोह में इस साल बेस्ट स्टॉल धारकों को सम्मानित किया गया.

बता दें कि 'मीट एट आगरा' इंटरनेशनल शूज फेयर के एग्जिबिशन हॉल में लगी स्टॉल्स पर नई-नई मशीनें से जूता कारोबार से जुड़े लोग रूबरू हुए. जूता कारोबारी और एफमेक से जुड़े शूज कारोबारियों का मानना है कि, यह आयोजन आज भारत के जूता कारोबारियों की जरुरत बन गया uw.

एफमेक अध्यक्ष पूरन डावर का कहना है कि तेजी से बढ़ते तकनीकी युग में जूता कारोबार में क्रांतिकारी परिवर्तन आए हैं. फुटवियर मैटेरियल की बात करें तो आज जूता केवल लेदर तक सीमित नहीं है. कई प्रकार के मेटेरियल से बने फुटवियर आज प्रचलन में हैं. वहीं, आधुनिक मशीनरी ने इसमें कई तरह के रचनात्मक बदलाव किए हैं. आज हजारों किस्म की डिजाइन फुटवियर को आकर्षक बना रही हैं.

उम्मीद से कई गुना अधिक रहा रिस्पांस
एफमेक उपाध्यक्ष राजेश सहगल का कहना है कि, मीट एट आगरा कोरोना महामारी के चलते दो साल बाद आयोजित हुई है. उम्मीद से कई गुना अधिक इसको इंडस्ट्री का सपोर्ट मिला है. लोगों में इसके आयोजन की तरीखों की घोषणा करते ही जिस प्रकार का उत्साह देखने को मिला था वह यह समझने के लिए पर्याप्त है कि, मीट एट आगरा आज देश के जूता निर्यातकों की आवश्यकता बन गया है.

यह रहे मौजूद
कन्वीनर कैप्टन एएस राना, एफमेक उपाध्यक्ष राजेश सहगल, गोपाल गुप्ता, महासचिव राजीव वासन, सचिव ललित अरोड़ा, सुनील जोशन, ओपिंदर लवली, सीफटीआई के निदेशक सनातन साहू, चंद्र शेखर जीपीआई सीसीएलए के अजय शर्मा, ब्रजेश शर्मा आदि विशेष रूप से मौजूद रहे.

इन्हें मिला पुरस्कार
बेस्ट स्टॉल इन इनोवेटिव प्रोडक्ट्स केटेगरी

  • इमेजिन फाइबर्स प्राइवेट लिमिटेड
  • एआरएस इंडिया

बेस्ट स्टॉल इन प्रजेंटेशन केटेगरी

  • अलर्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड
  • बेस्ट स्टॉल इन मॉल्टी प्रोडक्ट्स केटेगरी
  • सरीन इंटरप्राइजेज

मीट एट आगरा-2022 पर एक नजर

  • 45 देशों ने की भागीदारी.
  • 150 एग्जीबिटर्स आए.
  • 240 स्टॉल्स लगी.
  • 20 करोड़ रुपये का अनुमानित कारोबार हुआ.
  • 21,400 विजिटर्स आए फेयर में.
  • 5,732 रजिस्टर्स ट्रेड विजिटर्स आए.
  • 4,200 भावी उद्यमी विजिटर्स आए.

पढ़ेंः इंटरनेशनल शूज फेयर 'मीट एट आगरा' का आगाज, नहीं आए केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल

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