आगरा : योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने शुक्रवार को कहा कि 'शिक्षा बेहद जरूरी है, यह मौलिक अधिकार है. प्रौढ़ शिक्षा का उद्देश्य उन व्यक्तियों को शैक्षिक विकल्प देना है, जिन्होंने यह अवसर गंवा दिया है, औपचारिक शिक्षा आयु को पार कर चुके हैं. ऐसे में प्रौढ़ शिक्षा केंद्र वयस्कों मे आत्मविश्वास जगाएगा. अवसर था विश्व साक्षरता दिवस पर बीआर मेमोरियल वेलफेयर सोसाइटी और शिव नाडर फाउंडेशन के सहयोग से दयालबाग स्थित एक पहल पाठशाला में शिक्षा प्लस कार्य्रकम के तहत 20 प्रौढ़ शिक्षा केंद्र के शुभारंभ का. बता दें कि एक संस्था ने शिक्षा प्लस कार्यक्रम शुरू किया है, जिसके तहत एक वर्ष तक प्रौढ़ शिक्षा दी जाएगी. शुभारंभ के अवसर पर अतिथि केबिनेट मंत्री बेबीरानी मौर्य और विशिष्ट अतिथि परियोजना निदेशक शिक्षा प्लस रोबिन सरकार और प्रौढ़ शिक्षा प्रमुख विजय मोहन वर्मा रहे.
विद्यार्थी कंप्यूटर स्क्रीन से करेंगे पढ़ाई : उन्होंने कहा कि 'शुभारंभ के अवसर पर पहले दिन ही प्रथम बैच का पंजीकरण किया गया, जिसमें करीब 200 अशिक्षित महिलाओं ने दाखिला लिया है. एक वर्ष तक साक्षर बनाने के लिए कक्षाएं आयोजित की जाएंगी. इस अवसर पर संस्था की अध्यक्ष डॉ. ईभा गर्ग ने बताया कि, 'शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए प्रौढ़ शिक्षा केंद्र एक अच्छी पहल है, जो अभाव ग्रस्त लोगों को निशुल्क शिक्षा प्रदान कर उनका संपूर्ण विकास करेगा. शिक्षण कार्य में सहयोग के लिए लैपटॉप और शिक्षण सामग्री प्रदान की गई. जिसके माध्यम से अब प्रौढ़ विद्यार्थी कंप्यूटर स्क्रीन की सहायता से पढ़ाई कर सकेंगे.'
20 केंद्रों पर 19 वॉलंटियर देंगे सेवाएं : बता दें कि, दयालबाग के खासपुरा में चार, सिकंदरपुर में चार, नगला तलफी में तीन, बहादुरपुर में तीन, लालगढ़ी में दो और नगला बूढ़ी में चार प्रौढ़ शिक्षा केंद्र खोले गए हैं, जिसमें 19 वॉलंटियर अपनी सेवाएं प्रदान करेंगे. शिक्षा प्लस कार्यक्रम को ग्राम पंचायत समन्वयक की देखरेख में किया जायेगा.