ETV Bharat / state

आगरा के 10 गांव में लटके ताले, 500 लोग गायब

author img

By

Published : Jan 9, 2021, 3:32 PM IST

Updated : Jan 9, 2021, 7:28 PM IST

आगरा जिले के धांधपुरा, तोरा, करभना, बुढ़ाना सहित 10 गांवों में इन दिनों पुलिस का भारी खौफ है. थाना ताजगंज की तोरा चौकी फूंके जाने के मामले में पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है. पकड़े जाने के डर से इन गांवों के लगभग 500 नौजवान रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं.

आगरा के 10 गांव में मकानों पर लटके ताले.
आगरा के 10 गांव में मकानों पर लटके ताले.

आगरा : जिले से सटे 10 गांवों की गलियों में ऐसे ही सन्नाटा है. दर्जनों घर पर ताले लटके हैं. यहां पर रहने वाले बच्चे, महिला, युवा और बुजुर्ग सब गायब हैं. गांवों में पीएसी तैनात हैं, जबकि, रात में पुलिस का धरपकड़ अभियान चलता है. जी हां, हम बात कर रहे हैं, गांव करभना के ट्रैक्टर चालक पवन की मौत के बाद हुई आगरा हिंसा की. जिसमें उपद्रवियों ने पुलिस की पिटाई के साथ तोरा पुलिस चौकी फूंक दी थी. अब इस मामले में पुलिस ने वीडियो और फोटो से उपद्रवियों की पहचान करके उनकी धरपकड़ का अभियान चलाया है. इससे लगभन 500 ग्रामीण अपने घरों से फरार हो गए हैं. इनमें नौजवानों की संख्या ज्यादा है.

आगरा के 10 गांव में मकानों पर लटके ताले.

आगरा हिंसा के बाद पुलिस महकमा में खलबली मची हुई है. एसएसपी बबलू कुमार ने ताजगंज इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार, तोरा पुलिस चैकी प्रभारी मनोज पंवार सहित दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया. जबकि, तोरा पुलिस चौकी के साथ सिपाही भी लाइन हाजिर किए गए हैं. इतना ही नहीं, बवाल में अपनी जान बचाकर ऑटो से भागे सीओ सदर महेश कुमार का भी तबादला कर दिया गया है. वहीं अब पुलिस ने उपद्रवियों की तलाशी का अभियान शुरू कर दिया है.

आगरा हिंसा के बाद कार्रवाई में जुटी पुलिस.
आगरा हिंसा के बाद कार्रवाई में जुटी पुलिस.

यह है मामला
31 दिसंबर 2020 की सुबह गांव करभना निवासी पवन कुमार ट्रैक्टर-ट्राली में यमुना से अवैध खनन की बालू लेकर जा रहा था. आरोप है कि रास्ते में तोरा चौकी के सिपाहियों ने अवैध वसूली के मकसद से ट्रैक्टर रोकने का प्रयास किया था. पवन ने ट्रैक्टर तेजी से भगाया, जिससे वह बेकाबू होकर पलट गया. इसके नीचे दब कर पवन की मौत हो गई थी. इस पर परिजन और ग्रामीणों ने फतेहाबाद रोड पर शांति मांगलिक अस्पताल के सामने जमकर बवाल किया था. उग्र लोगों ने पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी और तोरा चौकी के आगे शव रखकर जाम लगा दिया था. इस बवाल में आक्रोशित भीड़ ने पुलिस चौकी में आग लगा दी थी. साथ ही वहां खडे़ वाहनों को भी फूंक दिया था. इसमें पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए हैं.

आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दे रही दबिश.
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दे रही दबिश.

यूं हो रही उपद्रवियों की तलाश
आगरा हिंसा के उपद्रवियों की तलाश में पुलिस दो तरीके से लगी हुई है. आरोपियों की पहचान के लिए पहले बवाल के फोटो और वीडियो देखे जा रहे हैं. इससे भी तमाम उपद्रवी चिह्नित हो गए हैं. इनकी पहचान पुलिस ने प्रधान और चौकीदारों से कराई है. इसके बाद दूसरा तरीका पुलिस का मोबाइल सर्विलांस है, जिसके सहारे आरोपियों का लोकेशन पता कर उन्हें पकड़ा जाएगा.

गांव की गलियों में सन्नाटा.
गांव की गलियों में सन्नाटा.

गांव छोड़कर भागे किसान
करभना निवासी कप्तान सिंह यादव बताते हैं कि, पुलिस की दबिश के चलते किसान भी घर छोड़कर भाग गए हैं. सभी को पुलिस का डर है. कहीं उन्हें दबोच कर पुलिस जेल न भेज दे. इसलिए किसान घर पर नहीं आ रहे हैं. गांव में सभी लोग पुलिस की दबिश से दहशत में हैं.

गांव में सिर्फ बुजुर्ग बचे.
गांव में सिर्फ बुजुर्ग बचे.

दोषियों पर कार्रवाई करे पुलिस
करभना निवासी राजू यादव ने बताया कि, मृतक पवन उनका भतीजा था. हमारे पहुंचने से पहले ही लोगों ने पुलिस चौकी में आग लगा दी थी. वायरल वीडियो में दो लड़के भाग रहे हैं, उनके हाथ में कट्टी है, उन्होंने आग लगाई थी. उनके अन्य साथी भी बवाल में शामिल थे, पुलिस उन्हें खोजे और निर्दोष लोगों को परेशान न करे. दोषियों पर ही कार्रवाई होनी चाहिए. गांव खाली हो गया है, उनके यहां भी लोग नहीं आ रहे हैं.

मकानों पर लटके ताले.
मकानों पर लटके ताले.

युवा दहशत में, लग गए ताले
ग्रामीण उत्तम चंद का कहना है कि, सबसे ज्यादा डर युवाओं को है. पुलिस उन्हें जेल भेज सकती है, इसलिए वे भाग गए हैं. इतना ही नहीं, पुलिस जब चाहे गांव में लोगों के यहां घुस जाती है. इससे लोग घरों में ताला लगाकर फरार हो गए हैं. वहीं शिक्षक रामवीर सिंह ने भी बताया कि, गांव के 60 प्रतिशत लोग बाहर चले गए हैं. पुलिस रात में घरों में घुसकर आतंकित करती है. महिलाओं को भी प्रताड़ित कर रही है, इसलिए लोग भाग गए हैं. गांव में सिर्फ बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे रहे गए हैं.

आगरा हिंसा के बाद कार्रवाई में जुटी पुलिस.
आगरा हिंसा के बाद कार्रवाई में जुटी पुलिस.

उपद्रवियों के पोस्टर किए गए चस्पा
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि, आगरा हिंसा में जिन उपद्रवियों के फोटो मिले हैं, उनके पोस्टर बनवाए गए हैं. जिन्हें अब पुलिस चौकियों और थानों सहित अन्य स्थानों पर चस्पा किया जा रहा है. तकि आरोपियों को दबोचा जा सके. इसके साथ ही संदिग्धों की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं. एसएसपी ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

इन गांवों के घरों में लगे ताले
करभना, धांधपुरा, तोरा, बुढ़ाना, नगला तलफी, कुआंखेड़ा, महुआंखेड़ा, मदरा, नगला, बरौली अहीर.

इसे भी पढ़ें- आगरा हिंसा: बवालियों पर लगेगी NSA, नुकसान के आंकलन पर जुटा प्रशासन

इसे भी पढ़ें- आगरा में युवक की मौत से नाराज लोगों ने पुलिस चौकी में लगाई आग

आगरा : जिले से सटे 10 गांवों की गलियों में ऐसे ही सन्नाटा है. दर्जनों घर पर ताले लटके हैं. यहां पर रहने वाले बच्चे, महिला, युवा और बुजुर्ग सब गायब हैं. गांवों में पीएसी तैनात हैं, जबकि, रात में पुलिस का धरपकड़ अभियान चलता है. जी हां, हम बात कर रहे हैं, गांव करभना के ट्रैक्टर चालक पवन की मौत के बाद हुई आगरा हिंसा की. जिसमें उपद्रवियों ने पुलिस की पिटाई के साथ तोरा पुलिस चौकी फूंक दी थी. अब इस मामले में पुलिस ने वीडियो और फोटो से उपद्रवियों की पहचान करके उनकी धरपकड़ का अभियान चलाया है. इससे लगभन 500 ग्रामीण अपने घरों से फरार हो गए हैं. इनमें नौजवानों की संख्या ज्यादा है.

आगरा के 10 गांव में मकानों पर लटके ताले.

आगरा हिंसा के बाद पुलिस महकमा में खलबली मची हुई है. एसएसपी बबलू कुमार ने ताजगंज इंस्पेक्टर नरेंद्र कुमार, तोरा पुलिस चैकी प्रभारी मनोज पंवार सहित दो सिपाहियों को निलंबित कर दिया. जबकि, तोरा पुलिस चौकी के साथ सिपाही भी लाइन हाजिर किए गए हैं. इतना ही नहीं, बवाल में अपनी जान बचाकर ऑटो से भागे सीओ सदर महेश कुमार का भी तबादला कर दिया गया है. वहीं अब पुलिस ने उपद्रवियों की तलाशी का अभियान शुरू कर दिया है.

आगरा हिंसा के बाद कार्रवाई में जुटी पुलिस.
आगरा हिंसा के बाद कार्रवाई में जुटी पुलिस.

यह है मामला
31 दिसंबर 2020 की सुबह गांव करभना निवासी पवन कुमार ट्रैक्टर-ट्राली में यमुना से अवैध खनन की बालू लेकर जा रहा था. आरोप है कि रास्ते में तोरा चौकी के सिपाहियों ने अवैध वसूली के मकसद से ट्रैक्टर रोकने का प्रयास किया था. पवन ने ट्रैक्टर तेजी से भगाया, जिससे वह बेकाबू होकर पलट गया. इसके नीचे दब कर पवन की मौत हो गई थी. इस पर परिजन और ग्रामीणों ने फतेहाबाद रोड पर शांति मांगलिक अस्पताल के सामने जमकर बवाल किया था. उग्र लोगों ने पुलिसकर्मियों की पिटाई कर दी और तोरा चौकी के आगे शव रखकर जाम लगा दिया था. इस बवाल में आक्रोशित भीड़ ने पुलिस चौकी में आग लगा दी थी. साथ ही वहां खडे़ वाहनों को भी फूंक दिया था. इसमें पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज किए हैं.

आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दे रही दबिश.
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दे रही दबिश.

यूं हो रही उपद्रवियों की तलाश
आगरा हिंसा के उपद्रवियों की तलाश में पुलिस दो तरीके से लगी हुई है. आरोपियों की पहचान के लिए पहले बवाल के फोटो और वीडियो देखे जा रहे हैं. इससे भी तमाम उपद्रवी चिह्नित हो गए हैं. इनकी पहचान पुलिस ने प्रधान और चौकीदारों से कराई है. इसके बाद दूसरा तरीका पुलिस का मोबाइल सर्विलांस है, जिसके सहारे आरोपियों का लोकेशन पता कर उन्हें पकड़ा जाएगा.

गांव की गलियों में सन्नाटा.
गांव की गलियों में सन्नाटा.

गांव छोड़कर भागे किसान
करभना निवासी कप्तान सिंह यादव बताते हैं कि, पुलिस की दबिश के चलते किसान भी घर छोड़कर भाग गए हैं. सभी को पुलिस का डर है. कहीं उन्हें दबोच कर पुलिस जेल न भेज दे. इसलिए किसान घर पर नहीं आ रहे हैं. गांव में सभी लोग पुलिस की दबिश से दहशत में हैं.

गांव में सिर्फ बुजुर्ग बचे.
गांव में सिर्फ बुजुर्ग बचे.

दोषियों पर कार्रवाई करे पुलिस
करभना निवासी राजू यादव ने बताया कि, मृतक पवन उनका भतीजा था. हमारे पहुंचने से पहले ही लोगों ने पुलिस चौकी में आग लगा दी थी. वायरल वीडियो में दो लड़के भाग रहे हैं, उनके हाथ में कट्टी है, उन्होंने आग लगाई थी. उनके अन्य साथी भी बवाल में शामिल थे, पुलिस उन्हें खोजे और निर्दोष लोगों को परेशान न करे. दोषियों पर ही कार्रवाई होनी चाहिए. गांव खाली हो गया है, उनके यहां भी लोग नहीं आ रहे हैं.

मकानों पर लटके ताले.
मकानों पर लटके ताले.

युवा दहशत में, लग गए ताले
ग्रामीण उत्तम चंद का कहना है कि, सबसे ज्यादा डर युवाओं को है. पुलिस उन्हें जेल भेज सकती है, इसलिए वे भाग गए हैं. इतना ही नहीं, पुलिस जब चाहे गांव में लोगों के यहां घुस जाती है. इससे लोग घरों में ताला लगाकर फरार हो गए हैं. वहीं शिक्षक रामवीर सिंह ने भी बताया कि, गांव के 60 प्रतिशत लोग बाहर चले गए हैं. पुलिस रात में घरों में घुसकर आतंकित करती है. महिलाओं को भी प्रताड़ित कर रही है, इसलिए लोग भाग गए हैं. गांव में सिर्फ बुजुर्ग, महिलाएं और बच्चे रहे गए हैं.

आगरा हिंसा के बाद कार्रवाई में जुटी पुलिस.
आगरा हिंसा के बाद कार्रवाई में जुटी पुलिस.

उपद्रवियों के पोस्टर किए गए चस्पा
एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि, आगरा हिंसा में जिन उपद्रवियों के फोटो मिले हैं, उनके पोस्टर बनवाए गए हैं. जिन्हें अब पुलिस चौकियों और थानों सहित अन्य स्थानों पर चस्पा किया जा रहा है. तकि आरोपियों को दबोचा जा सके. इसके साथ ही संदिग्धों की तलाश में पुलिस की टीमें लगी हुई हैं. एसएसपी ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा.

इन गांवों के घरों में लगे ताले
करभना, धांधपुरा, तोरा, बुढ़ाना, नगला तलफी, कुआंखेड़ा, महुआंखेड़ा, मदरा, नगला, बरौली अहीर.

इसे भी पढ़ें- आगरा हिंसा: बवालियों पर लगेगी NSA, नुकसान के आंकलन पर जुटा प्रशासन

इसे भी पढ़ें- आगरा में युवक की मौत से नाराज लोगों ने पुलिस चौकी में लगाई आग

Last Updated : Jan 9, 2021, 7:28 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.