आगरा: ताजनगरी में इस समय आलू की बुवाई का कार्य तेजी के साथ चल रहा है. ऐसे में उद्यान विभाग किसानों को हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी आलू का बीज दिया जा रहा है. लेकिन, इस वर्ष किसानों ने उद्यान विभाग पर आलू का खराब बीज दिए जाने का आरोप लगाया है. किसानों का कहना है कि प्रशासन उन्हें खराब बीज के साथ-साथ कम आलू का बीज भी दे रहा है. इसके साथ ही किसानों ने आरोप लगाया कि, उनसे प्रति पैकेट 50 किलो के हिसाब से पैसे लिए जा रहा है, जबकि उन्हें प्रति पैकेट 40 किलो आलू ही दिया जा रहा है. किसानों ने इस बात की शिकायत डीएम से करने की बात कही है.
किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने बताया कि उन्होंने 38 कट्टे आलू के बीज के खरीदे थे. उन्होंने जहां से आलू का बीज खरीदा था, उसी कोल्ड पर उनका वजन कराया. जो कि लगभग 1 कुंटल कम बैठा. वहीं आलू भी खराब निकल रहा है. किसानों को प्रति पैकेट 50 किलो के 3150 रुपये देने पड़ रहे हैं, जबकि उन्हें आलू प्रति पैकेट 40 किलो ही मिल रहा है. किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने बताया कि काफी आलू खराब निकलना है, ऐसे में खेतों में कैसे बुवाई होगी.
किसान प्रदीप शर्मा ने बताया कि पिछले साल आलू के बीज का दाम 2400 रूपये प्रति पैकेट था. जो कि इस बार बढ़ाकर 3150 रुपये हो गया है. किसानों ने बताया कि आगरा और अलीगढ़ में सर्वाधिक आलू पैदा किया जाता है. इसके बावजूद भी आगरा के आलू को लखनऊ ले जाया जाता है और वहां से खेती के समय वापस लाया जाता है. किसानों का मानना है कि अधिकारी और कर्मचारी सरकार और किसानों को चूना लगा रहे हैं. खराब आलू के बीज को किसानों तक भेज दिया जाता है और अच्छे आलू को अच्छे दामों में बेच दिया जाता है.
किसान प्रदीप शर्मा ने बताया कि साल 2018 में भी उन्हें खराब आलू का बीज दिया गया था, जिस नुकसान की भरपाई वह आज तक नहीं कर पाए हैं. वहीं किसान वेद प्रकाश ने बताया कि कर्मचारी किसानों के साथ धोखा कर रहे और कर्मचारी सरकार की छवि भी खराब कर रहे हैं. उच्च अधिकारी उन कर्मचारियों की ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं. किसान नेता श्याम सिंह चाहर और किसानों ने खराब आलू का बीज दिए जाने व बीज दिए जाने को लेकर संबंधित कर्मचारियों की शिकायत डीएम आगरा से करने की बात कही है.