आगरा: जिले के डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को अपनी मार्कशीट और डिग्री के लिए बार-बार विश्वविद्यालय नहीं आना पड़ेगा. विश्वविद्यालय मोबाइल नंबर लेकर उनके आवेदन की स्थिति के बारे में मैसेज से बता देगा. साथ ही आवेदन करने वाले छात्र-छात्राओं को हेल्प डेस्क नंबर जारी कर दिया गया है. यह जानकारी कुलपति अशोक मित्तल ने खंदारी कैंपस में आयोजित प्रेस वार्ता में दी.
हेल्प डेस्क नंबर किया जारी
कुलपति ने बताया कि आगरा के बाहर से आने वाले विद्यार्थियों को समस्या होती थी. विद्यार्थियों को अपनी समस्या के समाधान के लिए कई बार विश्वविद्यालय आना पड़ता था. इसीलिए प्रार्थना पत्रों पर मोबाइल नंबर लिखवाना प्रारंभ कर दिया गया है. विद्यार्थियों को हेल्प डेस्क नंबर भी दिया जा रहा है. इससे विद्यार्थियों को बार-बार विश्वविद्यालय नहीं आना पड़ेगा.
स्पीड पोस्ट से भेजी जा रहीं अंक तालिकाएं
विद्यार्थियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए निर्णय लिया गया है कि अंक तालिका को स्पीड पोस्ट के माध्यम से सीधे विद्यार्थियों के घर भेज दिया जाए. विश्वविद्यालय लगभग 5 हजार अंक तालिकाओं को छात्र-छात्राओं के घर भेजा जा चुका है. इस दौरान कुलपति ने बीएससी की छात्रा पूजा को अंकतालिका प्रदान की.
कुलपति ने बताया कि हेल्प डेस्क पर अनुभवी कर्मचारियों को बैठाया गया हैं. वे विद्यार्थियों को भली प्रकार से निर्देशित कर आवेदन पत्र को पूर्ण कराते हैं, जिससे उन्हें असुविधा न हो.
कुलपति ने निर्णयों के बारे में भी बताया
- कुलपति ने बताया कि ऑनलाइन व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सॉफ्टवेयर तैयार किया जा रहा है. इसमें विद्यार्थियों के आवेदन पत्र में जब तक जरूरी कागजात नहीं होंगे, तब तक आवेदन स्वीकार नहीं होगा.
- विश्वविद्यालय को प्राप्त हुए ऑफलाइन आवेदन की भी कंप्यूटर सेंटर की टीम लगाकर एक्सेल शीट तैयार की जा रही है. इससे शीघ्र ही उनका भी निस्तारण किया जा सकेगा.
- विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए केएमआई के पास एक नई कैंटीन का निर्माण कराया गया है. इसकी दो खिड़कियां पालीवाल पार्क में खुलेंगी. वर्तमान में विद्यार्थियों का विश्वविद्यालय में प्रवेश प्रतिबंधित है. ऐसे में वे कैंटीन की सुविधा बाहर से ले सकते हैं.
- केएमआई परिसर में फिट इंडिया मूवमेंट के तहत इंडोर बैडमिंटन कोर्ट का निर्माण किया गया है. विद्यार्थियों और शिक्षकों के साथ-साथ कर्मचारी भी इसका लाभ उठा सकते है.
- आवासीय परिसर के विभागाध्यक्ष और निदेशकों से कहा गया कि वे अपने विभाग और संस्थान का अकादमिक कैलेंडर बनाकर यथाशीघ्र प्रस्तुत करें, जिससे सेमेस्टर परीक्षा का निर्णय लिया जा सके.
- औटा के पदाधिकारियों की बैठक बुलाई जा रही है. इसमें संबद्ध महाविद्यालयों की परीक्षाओं के बारे में चर्चा होगी. प्रश्न पत्र की प्रकृति और समय सीमा पर विचार किया जाएगा.
- मार्च के प्रथम या द्वितीय सप्ताह में आयोजित किए जाने का प्रस्ताव राजभवन भेजा जाएगा.