मथुराः रेल यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जीआरपी लगातार अभियान चलाकर शासन की मंशा के अनुरूप अपराधियों की धरपकड़ कर रही है. इसी क्रम में थाना जीआरपी मथुरा जंक्शन ने लूट की घटना के महज 24 घंटे के अंदर लूटपाट करने वाले अंतर्राजीय गिरोह के 3 गैंगस्टर लुटेरों को गिरफ्तार किया गया. जीआरपी को इनके कब्जे से सोने के आभूषण, मोबाइल और अन्य सामान बरामद हुए, जिनकी अनुमानित कीमत 4 लाख रुपये बताई जा रही है.
जीआरपी के अनुसार, यह गैंग लंबी दूरी की ट्रेनों और जिन ट्रेनों में स्कोर्ट नहीं होते थे, उनको चुनता था और सुनसान क्षेत्र आते ही ट्रेन की चेन खींचकर उसे रोक देते था. वहीं, जब ट्रेन दोबारा से चलने लगती उसी दौरान ये लोग रेकी कर चुने गए शिकार के साथ लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते थे.
आगरा पुलिस अधीक्षक मोहम्मद मुस्ताक ने बताया, 'महिला यात्रियों और ट्रेनों में चलने वाले यात्रियों की सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए हम लोगों ने विशेष अभियान चलाया है. उसी अभियान के दौरान बुधवार को 3 शातिर लुटेरे, जो कि गैंगस्टर भी रह चुके हैं. इनको जीआरपी मथुरा ने गिरफ्तार किया. इनमें से एक का नाम शिवम कटारा है, जो मुरैना का रहने वाला है. दूसरा बदमाश सत्यप्रकाश और तीसरा सलमान है. यह दोनों मथुरा के रहने वाले हैं. इनका संगठित गिरोह है. गिरोह के अन्य सदस्य जो अभी फरार हैं ,उनकी तलाश की जा रही है.
आगरा पुलिस अधीक्षक ने बताया कि उनका टारगेट साउथ जाने वाली ऐसी ट्रेन ट्रेन होती थीं, जिनमें सिक्योरिटी एस्कॉर्ट नहीं होता था. यह विशेष रूप से महिलाओं को अपना निशाना बनाते थे. इनको लगता है कि महिलाओं के पास जेवर अधिक हो सकता है या फिर कोई शादी ब्याह या अन्य कार्यक्रमों में जा रहा होता है. उसको ये लोग टारगेट करते थे. यह लोग पहले रेकी करते थे, जब यह अपना टारगेट बना लेते थे, तो फिर यह उस व्यक्ति के पास बैठ जाते थे. जब कोई सुनसान क्षेत्र आता था, तो यह लोग वहां पर पूर्व नियोजित तरीके से ट्रेनों में चेन पुलिंग कर देते थे. इसके बाद जब ट्रेन वहां से दोबारा से चलनी शुरू होती है. उसी दौरान ये लोग चलती हुई ट्रेन से लूट करके ट्रेन से कूदकर के भाग जाते थे.
गिरफ्तार आरोपियों को लेकर आगरा पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इन लोगों के ऊपर मुकदमे मथुरा और आगरा में मामले दर्ज हैं. गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेजा जा रहा है. इनके पास से लगभग 4 लाख रुपये के जेवर बरामद किए गए हैं. कई फोन भी बरामद हुए हैं.
ये भी पढ़ेंः ईडी को छापेमारी में माफिया अतीक अहमद के करीबियों से मिला 75 लाख से ज्यादा कैश, 200 बैंक खाते