आगरा: डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (Dr Bhimrao Ambedkar University) का औचक निरीक्षण करने के लिए रविवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल खंदारी कैंपस पहुंची. विवि प्रशासन के साथ संस्कृति भवन , छलेसर कैंपस, पालीवाल पार्क स्थित परिसर की सभी बिल्डिंग का औचक निरीक्षण किया. राज्यपाल ने निरीक्षण के दौरान आगरा विवि प्रशासन को कुछ सुझाव दिए.
दरअसल, रविवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल (Governor Anandiben Patel) ने सबसे पहले संस्कृति भवन की बिल्डिंग का औचक निरीक्षण किया. इस भवन में ललित कला संस्थान, होटल एवं टूरिज्म विभाग, इतिहास विभाग की कक्षाएं लगती है, जिस बिल्डिंग का एडीए के द्वारा नक्शा ही पास नहीं है न ही टीटी जेड के द्वारा अनुमति दी गई हैं. अवैध रूप से बनी इस बिल्डिंग में करोड़ों के घोटाले करने को भी लेकर आरोप लगे हुए हैं, लेकिन इस पूरे मामले से विवि प्रशासन ने राज्यपाल को बेखबर रखने के लिए मीडिया को राज्यपाल से दूर रखा. पूर्व में सोशल एक्टिविस्ट अपूर्व शर्मा ने राज्यपाल को एक पत्र में लिखा था कि टीटी जेड में 5000 वर्ग मीटर से अधिक क्षेत्रफल पर सर्वोच्च न्यायालय, माननीय राष्ट्रीय हरित अधिकरण के आदेशों के अंतर्गत सरकारी विभाग की ओर से निर्माण पर रोक लगी हुई है. केवल टीटी जेड केवल सफेद कैटेगरी के उद्योग और निर्माण आदि को अनुमति है. जबकि कहा जाता है कि टीटीजेड के अनुमति के बिना संस्कृति भवन को अवैध रूप से बनाया गया है.
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केएमआई के निरीक्षण के दौरान कुलाधिपति ने संस्थान स्थित हस्तलेखागार एवं संग्रहालय का अवलोकन किया. संस्थान के हस्तलेखागार में 1000 से 1500 वर्ष पुरानी ज्ञात अज्ञात कवियों की दुर्लभ पांडुलिपियों का संग्रह है. कुछ पांडुलिपियां तो ताड़ पत्र पर लिखी गई हैं. इसके अतिरिक्त अति दुर्लभ मुगलकालीन सोने की धातु के सिक्कों का संग्रह भी संस्थान में है . पांडुलिपियों के संग्रह से कुलाधिपति बहुत प्रभावित हुईं और उन्होंने सुझाव दिया कि यह अमूल्य धरोहर है , इसे डिजिटाइज कराया जाए.
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वहीं, समाज विज्ञान संस्थान के शिक्षकों से हुए वार्तालाप में कुलाधिपति ने कहा कि संस्थान को गरीब , ग्रामीण और अशिक्षित महिलाओं की स्वास्थ्य रक्षा के लिए अभी और कार्य करने की आवश्यकता है. आपने सुझाव दिया कि महिलाओं के कैंसर की जांच के लिए विशेष रूप से समाज विज्ञान संस्थान द्वारा एक शिविर लगाया जाना चाहिए. बता दें कि निरीक्षण के वक्त राज्यपाल के साथ विशेष कार्य अधिकारी बीएल जॉनी, कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक, प्रति कुलपति प्रोफेसर अजय तनेजा, डीन अकादमिक प्रोफेसर संजीव कुमार और कुलसचिव डॉ विनोद कुमार सिंह मौजूद रहे.