आगरा: मुगल काल से ही फतेहपुर सीकरी के साथ ही किरावली, जगनेर, खेरागढ़, फतेहाबाद, बरहन, टूंडला पेयजल किल्लत से जूझ रहे हैं. पीएम मोदी का जल जीवन मिशन अब फतेहपुर सीकरी के साथ ही आगरा ग्रामीण की जनता को गंगाजल पिलाएगा. पीएम मोदी ने जल जीवन मिशन के तहत 126 किलोमीटर दूर नरौरा बैराज से आगरा के ग्रामीण क्षेत्र में आपूर्ति के प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी है. नरौरा बैराज से 6779.57 करोड़ रुपये की योजना के तहत 2300 मिमी व्यास की पाइपलाइन से पहले चरण में 2024 तक 576 ग्राम पंचायत के 725 राजस्व गांव में हर घर तक नल से गंगाजल पहुंचेगा.
ऐतिहासिक फतेहपुर सीकरी के साथ ही जिले के अधिकतर ब्लॉक में पेयजल संकट है. आगरा शहर की प्यास तो गंगाजल से बुझ रही है. मगर, देहात में पानी का बड़ा संकट है. हर सरकार के एजेंडे में पेयजल की समस्या रही है. अब पीएम मोदी के जल जीवन मिशन से आगरा की ग्रामीण जनता भी गंगाजल से प्यास बुझा सकेगी. पीएम मोदी ने जल जीवन मिशन के तहत आगरा की जनता की पेयजल किल्लत को लेकर 6779.57 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है.
6779.57 करोड़ रुपए की दो डीपीआर बनी
फतेहपुर सीकरी के सांसद और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने बताया कि, गंगाजल प्रोजेक्ट की 6779.57 करोड़ रुपये की दो डीपीआर बनी हैं. पहली डीपीआर 2661.25 करोड़ रुपये नरौरा बैराज से फिरोजाबाद के नारखी के कोटला कस्बा तक की है. इस डीपीआर कंबाइंड राइजिंग मेन, हेड वर्क्स फॉर इनटेक की है. जो पाइपलाइन बिछाने से वॉटर वर्क्स निर्माण के साथ ही फ़िरोज़ाबाद के नारखी ब्लॉक, खैरगढ और टूण्डला ब्लॉक में गंगाजल की आपूर्ति करना है. जबकि, दूसरी डीपीआर में आगरा जिले के प्रत्येक गांव में घर-घर गंगाजल पहुंचाने के 4118.32 करोड़ रुपए की है. जो मल्टी विलेज रूरल पाइप्ड वाटर सप्लाई की डीपीआर है.
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2024 तक हर गांव और घर घर पहुंचेगा गंगाजल
फतेहपुर सीकरी के सांसद और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने बताया कि, पीएम मोदी ने जल जीवन मिशन के तहत हर नल में योजना शुरू की है. इसके तहत आगरा जिले की जनता की पेयजल की किल्लत दूर होगी. बुलंदशहर जिले में स्थित नरौरा बैराज से गंगाजल पाइपलाइन के जरिए फिरोजाबाद जिले के ब्लॉक नारखी के कोटला कस्बा तक आएगा. यह प्रोजेक्ट पंपिंग स्टेशन आधारित पेयजल आपूर्ति का है, जिसमें दोनों ही डीपीआर में काम साथ-साथ चलेगा. यह प्रोजेक्ट हर हालत में 2024 तक पूरा होना है. पीएम मोदी और सीएम योगी के मार्गदर्शन में फतेहपुर सीकरी के तेरहमोरी बांध को भी पानी से लबालब करने का है.
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जनता की जुबानी समझें पानी की पीड़ा
ईटीवी भारत की टीम ने फतेहपुर सीकरी विधानसभा के गांव रायभा में जनता से पेयजल किल्लत पर बात की. बुजुर्ग महिला ने बताया कि, जब में शादी के बाद वह पहली बार गांव आई थी. तब से अभी तक पानी की किल्लत से जूझ रही हैं. हालात ऐसे हैं कि, अब पानी की किल्लत के चलते यहां के युवाओं की शादी भी कम हो रही है. गीता ने बताया कि, दिनभर और रातभर लोग पानी भरने के लिए यहां पर आते हैं. दोपहरी में भी पानी भरने आना पडता है. क्या करें. यह मजबूरी है.
चंचल ने बताया कि, हर दिन तीन से चार घंटे पानी भरने में लग जाते है. टंकी से जब पानी कम आता है. तो यहां पर बैठना पड़ता है. स्थानीय निवासी धर्मवीर का कहना है कि, पानी की बहुत किल्लत है. दो बूंद पानी भी नहीं मिल रहा है. यहां से पानी भरने में घंटों लगते हैं. हमें अभी भी उम्मीद नहीं है कि हमें पेयजल मिल सकेगा. स्थानीय निवासी कैलाशी का कहना है कि, गांव में खारी पानी है. यहां पर इसलिए दूर से पानी आ रहा है, जिससे यहां की पूर्ति नहीं हो रही है. आरओ का पानी पीते हैं. यह पानी सिर्फ घर के कामकाज और पशुओं के लिए हैं.
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एक नजर आंकड़ों पर
-सन 1571 में अकबर ने बसाई थी फतेहपुरसीकरी.
-सन 1585 में पानी की कमी से राजधानी आगरा शिफ्ट की.
-सन 2010 की बाढ़ में फतेहपुरसीकरी का तेरहमोरी बांध हुआ था लबालब.
-12 वर्षों से अब तेरहमोरी बांध सूखा और डूबक्षेत्र में खेती हो रही.
-2661.25 करोड़ से पहली डीपीआर में बिछेगी कोटला तक पाइपलाइन.
-4118.32 करोड़ से आगरा के गांवों में बनेगा पेयजल आपूर्ति का नेटवर्क.
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