आगराः जनपद के थाना पिनाहट की रहने वाली गैंगरेप पीड़िता को परिवार सहित घर छोड़ना पड़ा है. पीड़ित महिला ने बताया कि आए दिन आरोपी केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं. केस वापस न लेने पर जान से मारने की धमकी दी जा रही थी. जान बचाने के लिए पीड़िता ने परिवार के साथ अपना गांव छोड़ा दिया है. गुरुवार को पीड़िता परिवार के साथ एसएसपी ऑफिस पहुंच न्याय की गुहार लगाई.
महिला और उसके पति की तहरीर के मुताबिक सोमवार की शाम को महिला, पति और बच्चों के साथ मायके से घर लौट रही थी. पिनाहट बाजार में किसी काम से वह रुक गई और पति बच्चों को लेकर घर चला गया. बाजार से महिला पैदल घर लौट रही थी. उसी दौरान एक स्कॉर्पियो उसके पास आकर रूकी. जिसमें पूर्व प्रधान और वर्तमान प्रधान पति, चालक और एक अन्य व्यक्ति सवार थे. महिला का आरोप है कि उसे गांव छोड़ने के बहाने गाड़ी में बैठा लिया था. जिसके बाद उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया.
इसे भी पढ़ें- आगरा में मां-बेटी की हत्या: पीड़ित परिवार से नहीं मिलने गए डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, भेदभाव का आरोप
महिला का आरोप है कि जब उसने थाने में शिकायत की तो उसे थाने से भगा दिया गया. साथ ही उसके साथ अभद्र भाषा का प्रयोग भी किया गया. रेप पीड़िता ने बताया कि आरोपी विधायक रानी पक्षालिका सिंह का नाम लेकर उस पर केस वापस लेने का दबाव बना रहे हैं. साथ जान से मारने की धमकी दे रहे हैं.
साथ ही पूर्व ग्राम प्रधान के इशारे पर महिला को परिवार समेत समाज से बाहर कर दिया गया है. महिला का कहना है कि चार दिन से उसके दोनों मासूम बच्चों ने कुछ नहीं खाया है. इससे परेशान होकर उसने परिवार सहित गांव छोड़ दिया. साथ ही गुरुवार को एसएसपी कार्यालय पहुंच न्याय की गुहार लगाई. एसएसपी आगरा मुनिराज ने कहा कि जल्दी 164 के बयान के बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.