आगराः जनपद में सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर ठग ने 3 युवकों से लाखों की ठगी कर ली. ठग ने युवाओं को झांसे में लेने के लिए सेना की वर्दी में उनसे मुलाकात की और आर्मी अफसरों जैसे कार्यालय में उन्हें बुलाकर झांसे में ले लिया. इस दौरान उसने सेना में नौकरी के नाम पर प्रति व्यक्ति 8 लाख रुपये की देने की बात कही. आधी रकम भर्ती से पहले और आधी रकम भर्ती के बाद. ठग ने तीनों युवकों से करीब 12 लाख रुपये ठग लिए, फिर टालमटोली करने लगा. युवाओं को आरोप है कि पैसा वापस मांगने पर वह जान से मारने की धमकी देने लगा. उसका पूरा एक गिरोह है. बुधवार को पीड़ितों के शिकायत के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया.
थाना सदर बाजार पुलिस मे दर्ज शिकायत के अनुसार, शिवधाम कॉलोनी राजपुर चुंगी का रहने वाला राहुल चाहर पुत्र बिजेंद्र सिंह और उसके साथियों ने बताया वह 2021 में मथुरा हाइवे स्थित आंनद इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ रहे थे. इसके साथ ही वह सेना भर्ती की तैयारी भी कर रहे थे. उसी दौरान 8 मई 2021 को आर्मी की वर्दी में एक शख्स उनके पास पाया. उसने अपना नाम राज सिंह चौहान उर्फ पप्पू बताया. उसने कहा कि बिना रिश्वत दिए तुम लोग सेना में कभी भर्ती नहीं हो पाओगे. मेरी रांची, झारखंड आर्मी कार्यलय में अच्छी सेटिंग हैं. नौकरी लगवाने के लिए प्रति व्यक्ति 8 लाख रुपए देने होंगे. आधी रकम भर्ती से पहले एडवांस में और बकाया रकम नियुक्ति होने के बाद अदा करनी होगी.
शिकायत के मुताबिक वो शख्स की बात पर विश्वास करने के लिए उसके महादेव नगर स्थित मकान पर चले गए. वहां उसने आर्मी अफसरों जैसा आलीशान कार्यलय बना रखा था. उसमें सेना से संबंधित सामान और दस्तावेज देखकर वो झांसे में आ गए. इसके बाद 21 जुलाई 2021 को 3 युवकों ने तीन किश्त में राज सिंह चौहान को 6 लाख रुपए दिए.
शिकायत में यह भी आरोप है कि 16 जुलाई 2021 को राज सिंह चौहान के पिता जवाहर सिंह ने दो लोगो से 4 लाख रुपए लिए. इसके बाद 3 जनवरी 2022 को उसने अपने चचेरे भाई बादल को 1 लाख रुपए लेने के लिए भेजा. कुछ महीनों पूर्व उसकी बहन सुदंरिया उनसे पैसे ले गई थी. इस राज सिंह चौहान उर्फ पप्पू और उसके परिजनों ने 12 लाख रुपये की बड़ी रकम धीरे-धीरे उनसे ठग ली. इसके बाद राज सिंह चौहान सेना में नौकरी लगवाने के नाम पर टालमटोली करने लगा.
उसने उन्हें विश्वास में लेने के लिए रांची, झारखंड से उनके फर्जी निवास प्रमाणपत्र भी बनवाये. उन्हें फर्जी एडमिट कार्ड भी सौंपे. जब युवाओं ने उन दस्तावेजों का ऑनलाइन माध्यम से सत्यापन किया, तो सभी दस्तावेज फर्जी निकले. अब वापस मांगने पर ठग उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहा है. वह अपने परिजनों के साथ मिलकर इस गिरोह को चला रहा है. वहीं, इस मामले में थाना सदर बाजार प्रभारी नीरज कुमार ने कहा कि शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पीड़ितों की तरफ से आरोपी के खिलाफ साक्ष्य भी सौंपे गए हैं. पुलिस जांच में जुटी है. जल्द ही सभी आरोपियों की गिरफ्तारी कर जेल भेजा जायेगा.
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