आगरा: ताजनगरी में निजामुद्दीन की तबलीगी जमात से लौटे जमातियों से कोरोना का कहर बढ़ गया है. शनिवार को एक साथ 25 कोरोना पॉजिटिव आने से जिले में कोरोना पॉजिटिव की संख्या 47 हो गई.
वहीं आगरा पुलिस ने बिना सूचना दिए जमातियों को पनाह देने पर पहला मुकदमा सदर थाना में दर्ज किया है, क्योंकि सदर थाना क्षेत्र के रोहता क्षेत्र में धौलपुर का जमाती अपने रिश्तेदार के यहां पर रुका था. रिश्तेदार ने जमाती के ठहरने की जानकारी पुलिस को नहीं दी.
सदर पुलिस ने जमाती को पनाह देने वाले परिवार के छह लोगों के खिलाफ धारा 188 और 270 में मुकदमा दर्ज किया है. जमाती बिना किसी सूचना और जांच के शहर के अलग-अलग हिस्सों में ठहरे, जबकि जमातियों को पनाह देने वालों को पुलिस को सूचना देनी थी. अब जब कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ गया तो पुलिस सख्ती से पेश आ रही है.
बता दें कि धौलपुर (राजस्थान) के तबलीगी जमात से लौटे कोरोना वायरस संक्रमित युवक सदर थाना क्षेत्र के रोहता गांव में अपने जीजा के यहां रुका था. उसने क्षेत्र की मस्जिद में नमाज पढ़ाई और धर्म का प्रचार भी किया था. युवक यहां से धौलपुर लौट गया और उसके कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई तो क्षेत्र में खलबली मच गई.
शुक्रवार शाम युवक के संपर्क आए मौलाना समेत 14 लोगों को क्वारंटाइन किया गया था. इनमें आठ के नमूने लिये गए. सीओ सदर विकास जायसवाल ने बताया कि, जमाती रिश्तेदार को पनाह देने और पुलिस को सूचना न देने पर दो महिला और चार पुरुष के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
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