आगरा : 'मिशन-2022' को लेकर प्रदेश में हर पार्टी बूथ स्तर तक पकड़ बनाने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन कर रही है. इसी कड़ी में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने ग्रामीण क्षेत्र में स्वतंत्रता दिवस (रविवार) पर कार्यकर्ता सम्मेलन किया. लेकिन, बसपा की ओर से इस सम्मेलन को आयोजित करने के लिए अनुमति नहीं ली गई. जिसके बाद मलपुरा पुलिस ने वीकेंड लॉकडाउन पर बिना अनुमति कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन करने पर वरिष्ठ बसपा नेता गोरेलाल जाटव समेत 15 नामजद और 120 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
बता दें कि, बसपा की ओर से सिरौली रोड स्थित श्री श्यामजी गार्डन में रविवार शाम कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया था. इस कार्यकर्ता सम्मेलन में बिचपुरी, अकोला और बरौली अहीर ब्लॉक क्षेत्र के बसपाई जमा हुए. बिना अनुमति कार्यकर्ता सम्मेलन की सूचना पर मलपुरा पुलिस रविवार शाम ही पुलिस गार्डन पहुंच गई. पुलिस ने जब आयोजकों से अनुमति पत्र मांगा तो बसपा के नेता कार्यक्रम की अनुमति नहीं दिखा सके. पुलिस के पहुंचने से बसपाई वहां से तितर बितर हो गए. बीएसपी सरकार के दौरान एससी आयोग के अध्यक्ष रहे गोरेलाल जाटव थे.
पुलिस ने वीडियो क्लिप भी बनाई
मलपुरा थाना के उप निरीक्षक अनुज सिरोही ने मलपुरा थाना में मुकदमा दर्ज कराया है. जिसमें वीकेंड लॉकडाउन पर बिना अनुमति कोरोनाकाल में सम्मेलन करने के साथ ही कार्यक्रम में बिना मास्क पहने लोगों के आने का जिक्र है. बिना अनुमति बसपा के कार्यकर्ता सम्मेलन में करीब 200 से अधिक बसपाई एकत्रित हुए. पुलिस ने कार्यकर्ता सम्मेलन की सबूत बतौर वीडियो क्लिप बनाई है.
इसे भी पढ़ें : ब्राह्मण सम्मेलन की सफलता से बीजेपी की नींद उड़ गई है :मायावती
मुकदमा में ये बसपा नेता नामजद
मलपुरा थाना के उप निरीक्षक अनुज सिरोही ने बताया कि, मलपुरा थाना में वरिष्ठ नेता गोरेलाल जाटव, जिलाध्यक्ष विमल वर्मा, नगला प्रताप निवासी फूल सिंह, नगला शंकरलाल निवासी ताराचंद, वायु विहार शाहगंज निवासी कप्तान सिंह चाहर, सिरौली के मुकेश प्रधान, नगला पदमा के बच्चू सिंह पांडे, अरतोनी गांव के श्याम प्रधान, अवधपुरी निवासी राजकुमारी, राजपुर चुंगी निवासी अभिषेक नौनेरिया, नगला परमाल के धर्मेंद्र चाहर, मलपुरा के पुरुषोत्तम टेलर, दीपू, डॉ. रामनरेश कर्दम, सिरौली के सतेंद्र नामजद करके एफआईआर दर्ज कराई हैं. इसके अलावा 120 अज्ञात लोग भी एफआईआर में शामिल हैं.