आगरा : जिले के ब्लाक शमसाबाद क्षेत्र के गढ़ी तुरसा निवासी भरत सिंह एडवोकेट पूर्व प्रधानाध्यापक उम्र 68 की बेटी ममता की शादी सन 2006 में तारन सिंह निवासी नेहरू एनक्लेव आगरा के साथ हुई थी. कुछ समय पहले ममता की तबीयत खराब हुई, तो डॉक्टर ने बताया कि किडनी ट्रांसप्लांट होगी. इसके लिए दोनों परिवार के सदस्यों ने चेकअप कराए, लेकिन सफलता नहीं मिली. आखिरी में पिता ने जब चेकअप कराया तो उनकी सभी जांच सही मिली, जिस पर पिता ने एक पल गवाएं बिना अपनी बेटी को किडनी देने का निर्णय लिया.
किडनी डोनेट से चंद घंटे पहले पिता की मौत
- ममता का दिल्ली के एक अस्पताल में किडनी ट्रांसप्लांट होना था, मृतक के पुत्र रामनिवास के अनुसार 27 अप्रैल को एडीएम आगरा द्वारा अनुमति मिली थी.
- उसके बाद 30 अप्रैल को पिता भरत सिंह हॉस्पिटल में एडमिट हो गए थे और 1 मई को सुबह किडनी ट्रांसप्लांट होने का समय था.
- लेकिन डोनेट से चंद घंटे पहले रात को अचानक से तबीयत बिगड़ गई, तबीयत बिगड़ने के बाद दिल्ली, आगरा हॉस्पिटल में इलाज कराया गया.
- लेकिन 11 मई को पिता भरत सिंह की मौत हो गई. मौत की सूचना परिजनों को हुई तो परिवार में कोहराम मच गया, वहीं बेटी को पिता की मौत का पता नहीं है, बेटी की डायलिसिस चल रही है.
बहन ममता की तबीयत खराब है, डायलिसिस हो रही है. इसीलिए पिता की मौत की सूचना बहन को नहीं दी है. मौत की सूचना मिलने के बाद उसकी भी तबीयत खराब हो सकती है, इसलिए नहीं बताया गया.
रामनिवास, मृतक के पुत्र