आगरा : मुंबई से उत्तराखंड की देहरादून यात्रा पर निकले पदमश्री डॉक्टर अनिल प्रकाश जोशी सोमवार को सैंया पहुंचे. डॉ अनिल प्रकाश जोशी पर्यावरण जागरूकता साइकिल रैली के बैनर तले 14 सदस्यीय टीम के साथ मुंबई से उत्तराखंड की यात्रा (Travel from Mumbai to Uttarakhand) पर निकले हैं. सैंया में जनसमूह को संबोधित करते हुए डॉ जोशी ने कहा कि आज विश्व में पर्यावरण प्रदूषण (environmental pollution) चरम सीमा पर पहुंच चुका है. इसके लिए सभी को कड़े प्रयास करने होंगे.
डॉक्टर जोशी ने कहा कि पर्यावरण में तीव्र गति से फैल रहे प्रदूषण और प्रकृति के साथ की जा रही छेड़छाड़ (tampering with nature) को निश्चित रूप से बंद करना होगा. तभी जनजीवन बचाया जा सकेगा. प्रदूषण के कारण ही हिमालय स्खलन (Himalayan ejaculation) हो रहा है. बाढ़ आ रही हैं, वृक्षों का मानव कटान कर रहा है. विभिन्न प्रकार के किए जा रहे विस्फोटों का असर सीधा जनमानस, पशु पक्षियों पर पड़ रहा है. देश या विदेश में अमेरिका, रसिया, यूक्रेन में मिसाइल जैसे घातक विस्फोटों से पर्यावरण प्रदूषित हो रहा है. जल प्रदूषण के कारण नदियां, नाले बनती जा रही हैं. वर्षा कम हो रही है यदि प्रदूषण की यही गति रही तो निकट भविष्य में जनजीवन समाप्त होना प्रायः निश्चित है.
डॉक्टर जोशी ने कहा कि प्रकृति ही भगवान (nature is god) है, क्योंकि प्रकृति में ही पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि, आकाश आदि समाविष्ट हैं. जिससे हमारा जीवन है, पांचों तत्वों में ही भगवान है, प्रकृति ही ईश्वर है. डॉक्टर जोशी ने यम पुत्री यमुना नदी के प्रदूषण पर रोष व्यक्त करते हुए आगरा मथुरा के लोगों से आवाहन किया कि यमुना आपकी धरोहर है, उसको प्रदूषण से बचाना ही होगा. उन्होंने सफाई के नाम पर मध्य प्रदेश के इंदौर, भोपाल शहर की व्यवस्था देख वहां के प्रशासन और जनता की सराहना की. सैयां आगमन पर डाॅक्टर जोशी का लोगों एवं छात्र छात्राओं ने जोरदार स्वागत किया.
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