आगरा: नगर निगम में सड़क निर्माण का भ्रष्टाचार उजागर हुआ है. इसमें एक ही सड़क के निर्माण के लिए दो टेंडर किए गए. इस मामले में नगर आयुक्त ने जांच कराई थी. जांच रिपोर्ट के आधार पर अवर अभियंता पीएस निरंजन को निलंबित कर दिया गया है. जबकि, क्षेत्र के सहायक अभियंता और अधिशासी अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा है. आखिर कैसे एक ही सड़क के अलग-अलग जोन में दो टेंडर किए गए.
2.5 करोड़ रुपये की लागत से सड़कों के गड्ढे भरने के लिए नगर निगम ने टेंडर किए. इनमें मदिया कटरा तिराहा से लोहामंडी तक सड़क निर्माण के दो टेंडर किए गए. शिकायत पर नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे ने अपर नगर आयुक्त केबी सिंह और मुख्य अभियंता बीएल गुप्ता से जांच कराई. जांच रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि मदिया कटरा से लोहामंडी तक की 800 मीटर की सड़क अलग-अलग जोन में शामिल करक अलग-अलग टेंडर किए गए. अधिकारियों ने गड्ढा मुक्त अभियान में जोन प्रथम में और जोन द्वितीय में शामिल करके भ्रष्टाचार किया है.
इन सड़कों की हुई जांच
खातीपाड़ा वार्ड की पार्षद प्रियंका प्रजापति और अन्य से मिली शिकायत के बाद नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे ने गड्ढा मुक्त अभियान में शामिल सड़कों की जांच कराई. जांच कमेटी ने मदिया कटरा रोड, भदावर हाउस रोड, छिंगामोदी रोड की जांच की. इसमें मदिया कटरा रोड में भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है.
भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं
नगर आयुक्त निखिल टी फुंडे ने बताया कि जांच रिपोर्ट के बाद अवर अभियंता को निलंबित किया है. सहायक अभियंता और अधिशासी अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा है. निगम के सभी इंजीनियरों को निर्देश दिए हैं कि इस तरह की कोई गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी. आगरा नगर निगम में गड्ढा मुक्त अभियान में उजागर हुए भ्रष्टाचार से इंजीनियरों में हड़कंप मच गया है.