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आगरा यूनिवर्सिटी के औचक निरीक्षण के दौरान कर्मचारी मिले गैरहाजिर, कुलपति ने कारण बताओ नोटिस दिया

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक सोमवार को यूनिवर्सिटी का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. कुलपति ने गैरहाजिर मिले 43 कर्मियों को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब मांगा है.

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आगरा यूनिवर्सिटी
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Published : Apr 26, 2022, 11:01 PM IST

आगराः डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक सोमवार को यूनिवर्सिटी का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. कुलपति को कई दिनों शिकायत मिल रही थी कि विवि के कर्मचारी समय पर अपने पटल पर नहीं बैठते हैं जिससे छात्र-छात्राओं को अपनी समस्या के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है.

निरीक्षण के दौरान कुलपति को नौ विभागों के 43 कर्मचारी गैरहाजिर मिले. कुलपति ने गैरहाजिर मिले 43 कर्मियों को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब मांगा है. आगरा विश्वविद्यालय में प्रतिदिन सैंकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं. छात्रों की शिकायत है कि उनकी शिकायतें का निवारण ही नहीं हो पाता.

कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने पदभार ग्रहण करते ही सभी प्रोफेसर, अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया था कि सभी अपने समय पर कार्यालय पर पहुंचे और कोई भी व्यक्ति यदि समय पर नहीं पहुंचेगा तो उस पर कार्रवाई भी की जाएगी. इसके बाद कुलपति ने सोमवार को औचक निरीक्षण किया. 9 विभागों के 43 कर्मचारी गैरहाजिर मिले जिन्हें तीन दिन में जवाब देना है कि वह अपने कार्यालय में क्यों अनुपस्थित थे.

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में सभी कार्य ऑनलाइन कर दिए गए हैं. इसके बावजूद भी सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं अपनी समस्याओं को लेकर आगरा विश्वविद्यालय पहुंचते हैं. ऑनलाइन उनकी समस्या का निवारण नहीं हो पाता है. जब छात्र-छात्राएं यूनिवर्सिटी पहुंचते हैं तो बहुत से अधिकारी और कर्मचारी अपने पटल पर मिलते ही नहीं जबकि 10 बजे तक सभी को अपने पटल पर पहुंचना होता है. समय पर न कभी कर्मचारी पहुंचते हैं और न ही अधिकारी. इस वजह से दूर से आने वाले छात्र-छात्राओं का पूरा दिन यूनिवर्सिटी में अपने कार्य को कराने में ही लग जाता है. फिर भी बहुत से छात्रों का कार्य पूरा भी नहीं हो पाता है. उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ता है.

पढ़ेंः 3 माह की देरी से शुरू हुईं आगरा विश्वविद्यालय की सेमेस्टर परीक्षाएं, जानें देरी की वजह

इन विभागों के कर्मचारी नहीं मिले अपने कार्यालय में

कुलसचिव कार्यालयः अमिता पांडे, शिव सिंह कुशवाह, मोहम्मद तबरेज, मीरा सिंह, निखिल शर्मा मंजू पाल ,अरुण झा, अनिल गुप्ता राम महेंद्र सिंह.

प्रशासन विभागः नीरज कुमार अग्रवाल, राजेंद्र प्रसाद, डॉ संतोष कुमार, शुभम वर्मा, अंकित शर्मा ,दीपक यादव, अर्जुन सिंह सोनी, गौरव कुमार रघुनाथ, शिव शंकर सफाई कर्मचारी.

आईजीआरएस विभागः अखिलेश कुमार यादव, प्रमोद कुमार.

शोध विभागः अजय कुलश्रेष्ठ, अधीक्षक शशिकांत पाठक, नीलम शर्मा राकेश कुमार ,सुनील ,राकेश कुमार.

समाज विज्ञान संस्थानः रमेश यादव, ज्ञान देवी, रूपा राणा.

संबद्धता विभागः अरविंद गुप्ता, पीके सिंह, अतुल गुप्ता, निरंजन सिंह, अनूप शाक्य, दीपक शुक्ला

इतिहास विभागः बेबी.

आवासीय इकाईः मधुसूदन कृष्ण, शिवम सिंह.

विधि विभागः रवि श्रीवास्तव, राजेंद्र कुमार वर्मा.

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आगराः डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक सोमवार को यूनिवर्सिटी का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. कुलपति को कई दिनों शिकायत मिल रही थी कि विवि के कर्मचारी समय पर अपने पटल पर नहीं बैठते हैं जिससे छात्र-छात्राओं को अपनी समस्या के लिए घंटों इंतजार करना पड़ता है.

निरीक्षण के दौरान कुलपति को नौ विभागों के 43 कर्मचारी गैरहाजिर मिले. कुलपति ने गैरहाजिर मिले 43 कर्मियों को कारण बताओ नोटिस देकर जवाब मांगा है. आगरा विश्वविद्यालय में प्रतिदिन सैंकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं अपनी समस्याओं को लेकर आते हैं. छात्रों की शिकायत है कि उनकी शिकायतें का निवारण ही नहीं हो पाता.

कुलपति प्रोफेसर विनय कुमार पाठक ने पदभार ग्रहण करते ही सभी प्रोफेसर, अधिकारियों और कर्मचारियों को निर्देश दिया था कि सभी अपने समय पर कार्यालय पर पहुंचे और कोई भी व्यक्ति यदि समय पर नहीं पहुंचेगा तो उस पर कार्रवाई भी की जाएगी. इसके बाद कुलपति ने सोमवार को औचक निरीक्षण किया. 9 विभागों के 43 कर्मचारी गैरहाजिर मिले जिन्हें तीन दिन में जवाब देना है कि वह अपने कार्यालय में क्यों अनुपस्थित थे.

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में सभी कार्य ऑनलाइन कर दिए गए हैं. इसके बावजूद भी सैकड़ों की संख्या में छात्र-छात्राएं अपनी समस्याओं को लेकर आगरा विश्वविद्यालय पहुंचते हैं. ऑनलाइन उनकी समस्या का निवारण नहीं हो पाता है. जब छात्र-छात्राएं यूनिवर्सिटी पहुंचते हैं तो बहुत से अधिकारी और कर्मचारी अपने पटल पर मिलते ही नहीं जबकि 10 बजे तक सभी को अपने पटल पर पहुंचना होता है. समय पर न कभी कर्मचारी पहुंचते हैं और न ही अधिकारी. इस वजह से दूर से आने वाले छात्र-छात्राओं का पूरा दिन यूनिवर्सिटी में अपने कार्य को कराने में ही लग जाता है. फिर भी बहुत से छात्रों का कार्य पूरा भी नहीं हो पाता है. उन्हें मायूस होकर वापस लौटना पड़ता है.

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इन विभागों के कर्मचारी नहीं मिले अपने कार्यालय में

कुलसचिव कार्यालयः अमिता पांडे, शिव सिंह कुशवाह, मोहम्मद तबरेज, मीरा सिंह, निखिल शर्मा मंजू पाल ,अरुण झा, अनिल गुप्ता राम महेंद्र सिंह.

प्रशासन विभागः नीरज कुमार अग्रवाल, राजेंद्र प्रसाद, डॉ संतोष कुमार, शुभम वर्मा, अंकित शर्मा ,दीपक यादव, अर्जुन सिंह सोनी, गौरव कुमार रघुनाथ, शिव शंकर सफाई कर्मचारी.

आईजीआरएस विभागः अखिलेश कुमार यादव, प्रमोद कुमार.

शोध विभागः अजय कुलश्रेष्ठ, अधीक्षक शशिकांत पाठक, नीलम शर्मा राकेश कुमार ,सुनील ,राकेश कुमार.

समाज विज्ञान संस्थानः रमेश यादव, ज्ञान देवी, रूपा राणा.

संबद्धता विभागः अरविंद गुप्ता, पीके सिंह, अतुल गुप्ता, निरंजन सिंह, अनूप शाक्य, दीपक शुक्ला

इतिहास विभागः बेबी.

आवासीय इकाईः मधुसूदन कृष्ण, शिवम सिंह.

विधि विभागः रवि श्रीवास्तव, राजेंद्र कुमार वर्मा.

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