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43 लाख रुपये के लूटकांड में ड्राइवर गिरफ्तार, पुलिस की पकड़ से दूर आरोपी अफसर

आगरा की लोहामंडी पुलिस ने 43 लाख रुपये की लूट में फरार वाणिज्यकर अधिकारी के ड्राइवर को दबोच लिया. जबकि इस मामले में दोनों अधिकारी अभी फरार हैं.

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी ड्राइवर
पुलिस की गिरफ्त में आरोपी ड्राइवर
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Published : Jun 23, 2021, 6:21 AM IST

आगराः जिले की पुलिस ने 43 लाख रुपये की लूट में फरार वाणिज्यकर अधिकारी के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि आरोपी दोनों वाणिज्यकर अधिकारी अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. दोनों पर पुलिस ने 25-25 हजार रुपये का इनाम पहले ही घोषित किया हुआ है. पुलिस की पकड़ में आया आरोपी दिनेश कुमार ड्राइवर है. वो वाणिज्यकर के असिस्टेंट कमिश्नर अजय कुमार की प्राइवेट गाड़ी चलाता था. पुलिस ने उससे पूछताछ की है.

फरार अधिकारियों की तलाश

आपको बता दें कि लोहामंडी पुलिस पहले ही इस मामले में आरोपी सिपाही संजीव कुमार को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है. वो मेरठ की जेल में है. लोहामंडी के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार यादव ने बताया कि, मिढ़ाकुर निवासी दिनेश कुमार को एसएटीएफ की मदद से घेराबंदी करके दबोचा गया. उससे लूट में उपयोग की गई गाडी भी बरामद हो गई है. उसे मेरठ कोर्ट में पेश किया गया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया. इस मामले में फरार आरोपी वाणिज्यकर अधिकारी अजय कुमार इंदिरा नगर, लखनऊ रहते हैं. चंदौली निवासी शैलेंद्र कुमार हैं. अजय कुमार आगरा में फिनिक्स पुष्पविला गार्डेनिया अपार्टमेंट और शैलेंद्र कुमार अर्पणा प्रेम अपार्टमेंट में रहते थे. जहां पर ताला लगा है. अजय कुमार और शैलेंद्र कुमार ने अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है. जिस पर अभी सुनवाई नहीं हुई है. दोनों की तलाश में दबिश दी जा रही है.

ये है पूरा मामला

दरअसल गोविंद नगर, महाविद्या कालोनी (मथुरा) निवासी चांदी कारोबारी प्रदीप अग्रवाल की विनायक ट्रेडर्स के नाम से फर्म है. 30 अप्रैल की रात प्रदीप अग्रवाल और उनका चालक राकेश चौहान कटिहार (बिहार) से लौट रहे थे. कार में उनका एक थैला रखा था. जिसमें चांदी के जेवरात की बिक्री के 43 लाख रुपए रखे हुए थे. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे स्थित फतेहबाद टोल पर जयपुर हाउस स्थित वाणिज्यकर कार्यालय की टीम ने उनकी गाड़ी रुकवाई और उन्हें कार्यालय ले आए. जहां पर जेल भेजने की धमकी देकर वाणिज्यकर अधिकारियों ने 43 लाख रुपये लूट लिए. इस पर पीड़ित चांदी कारोबारी ने व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकांत से वाणिज्यकर अधिकारियों की करतूत साझा की. फिर चांदी कारोबारी की शिकायत पर एसएसपी मुनिराज ने एफआईआर दर्ज कराई थी.

इसे भी पढ़ें- धर्मांतरण मामला : अमर गौतम और जहांगीर कासमी 7 दिन की रिमांड पर

एसएसपी के निर्देश पर लोहामंडी थाना में अज्ञात वाणिज्यकर अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ. पुलिस और चांदी कारोबारी ने घटनाक्रम से वाणिज्यकर कमिश्नर मिनिस्ती एस को दी. जिस पर वाणिज्यकर कमिश्नर ने विभागीय जांच कराई. विभागीय जांच रिपोर्ट में असिस्टेंट कमिश्नर अजय कुमार, वाणिज्यकर अधिकारी शैलेन्द्र कुमार, सिपाही संजीव कुमार और गाड़ी चालक दिनेश कुमार का नाम सामने आया था. इसके बाद चारों को नामजद किया गया.

आगराः जिले की पुलिस ने 43 लाख रुपये की लूट में फरार वाणिज्यकर अधिकारी के ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है. जबकि आरोपी दोनों वाणिज्यकर अधिकारी अभी पुलिस की पकड़ से दूर हैं. दोनों पर पुलिस ने 25-25 हजार रुपये का इनाम पहले ही घोषित किया हुआ है. पुलिस की पकड़ में आया आरोपी दिनेश कुमार ड्राइवर है. वो वाणिज्यकर के असिस्टेंट कमिश्नर अजय कुमार की प्राइवेट गाड़ी चलाता था. पुलिस ने उससे पूछताछ की है.

फरार अधिकारियों की तलाश

आपको बता दें कि लोहामंडी पुलिस पहले ही इस मामले में आरोपी सिपाही संजीव कुमार को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है. वो मेरठ की जेल में है. लोहामंडी के प्रभारी निरीक्षक सुनील कुमार यादव ने बताया कि, मिढ़ाकुर निवासी दिनेश कुमार को एसएटीएफ की मदद से घेराबंदी करके दबोचा गया. उससे लूट में उपयोग की गई गाडी भी बरामद हो गई है. उसे मेरठ कोर्ट में पेश किया गया. जहां से उसे जेल भेज दिया गया. इस मामले में फरार आरोपी वाणिज्यकर अधिकारी अजय कुमार इंदिरा नगर, लखनऊ रहते हैं. चंदौली निवासी शैलेंद्र कुमार हैं. अजय कुमार आगरा में फिनिक्स पुष्पविला गार्डेनिया अपार्टमेंट और शैलेंद्र कुमार अर्पणा प्रेम अपार्टमेंट में रहते थे. जहां पर ताला लगा है. अजय कुमार और शैलेंद्र कुमार ने अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र दिया है. जिस पर अभी सुनवाई नहीं हुई है. दोनों की तलाश में दबिश दी जा रही है.

ये है पूरा मामला

दरअसल गोविंद नगर, महाविद्या कालोनी (मथुरा) निवासी चांदी कारोबारी प्रदीप अग्रवाल की विनायक ट्रेडर्स के नाम से फर्म है. 30 अप्रैल की रात प्रदीप अग्रवाल और उनका चालक राकेश चौहान कटिहार (बिहार) से लौट रहे थे. कार में उनका एक थैला रखा था. जिसमें चांदी के जेवरात की बिक्री के 43 लाख रुपए रखे हुए थे. आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे स्थित फतेहबाद टोल पर जयपुर हाउस स्थित वाणिज्यकर कार्यालय की टीम ने उनकी गाड़ी रुकवाई और उन्हें कार्यालय ले आए. जहां पर जेल भेजने की धमकी देकर वाणिज्यकर अधिकारियों ने 43 लाख रुपये लूट लिए. इस पर पीड़ित चांदी कारोबारी ने व्यापारी कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष रविकांत से वाणिज्यकर अधिकारियों की करतूत साझा की. फिर चांदी कारोबारी की शिकायत पर एसएसपी मुनिराज ने एफआईआर दर्ज कराई थी.

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एसएसपी के निर्देश पर लोहामंडी थाना में अज्ञात वाणिज्यकर अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ. पुलिस और चांदी कारोबारी ने घटनाक्रम से वाणिज्यकर कमिश्नर मिनिस्ती एस को दी. जिस पर वाणिज्यकर कमिश्नर ने विभागीय जांच कराई. विभागीय जांच रिपोर्ट में असिस्टेंट कमिश्नर अजय कुमार, वाणिज्यकर अधिकारी शैलेन्द्र कुमार, सिपाही संजीव कुमार और गाड़ी चालक दिनेश कुमार का नाम सामने आया था. इसके बाद चारों को नामजद किया गया.

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