आगरा: पीएम मोदी ने सात साल पहले किसानों की आय दोगुनी करने का वायदा किया था. पीएम मोदी का यह मिशन बढ़ाने के लिए भारतीय रेलवे आगे आया है. रेलवे द्वारा चलाई गई किसान रेल अब किसानों की सारथी बनी है. अब किसानों की फसल देश के साथ ही निर्यात करने के लिए बंदरगाह भी भेजी जा रही है.
उत्तर मध्य रेलवे एनसीआर कई साल से आगरा के आलू को किसान रेल से दक्षिण भारत के साथ ही पूर्वोत्तर राज्यों तक पहुंचा रही है. अब किसान रेल से मथुरा का गेहूं और चावल भी मुंबई और मुदंरा बंदरगाह तक पहुंचाया जाएगा. जहां से गेहूं और चावल अफ्रीका भेजा जाएगा. इसके साथ ही रेलवे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों का वेस्ट प्रोडेक्ट एथेनॉल भी मथुरा रिफाइनरी लेकर आएगा. जिससे किसानों की आमदनी बढेगी.
बता दें कि भारतीय रेलवे लंबे समय से किसानों की फसल को किसान रेल से दूसरे जिले और राज्यों में पहुंचाने का काम कर रही है. आगरा का आलू किसान रेल से पूर्वोत्तर राज्य और दक्षिण भारत के राज्यों को भेजा जाता है. जिससे किसानों कम भाड़े में परिवहन होने से किसानों को मुनाफा होता है.
एनसीआर के आगरा मंडल की पीआरओ प्रशस्त्रि श्रीवास्तव ने बताया कि आलू के साथ ही गेहूं और चावल परिवहन के लिए किसान रेल चलाई जाएगी. उन्होंने बताया कि मथुरा, छाता और आसपास के किसानों की मांग पर किसान रेल चलाई जाएगी. जिससे मथुरा, छाता और आसपास का गेहूं और चावल अफ्रीकन कंट्रीज में एक्सपोर्ट किया जाएगा. मथुरा से गेहूं और चावल की बोरियां किसान रेल मुंबई बंदरगाह और मुंदरा बंदरगाह तक पहुंचाई जाएगी. इसके लिए जून माह में किसान रेल चलाई जाएगी. मुंबई और मुंदरा बंदरगाह से गेंहू और चावल अफ्रीकन कंट्रीज में भी भेजा जाएगा.
एनसीआर के आगरा मंडल की पीआरओ ने बताया कि रेलवे इसके साथ ही इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के साथ मिलकर पश्चिमी यूपी के गन्ना किसानों की आय बढ़ाने का काम करेगी. क्योंकि पश्चिमी यूपी में गन्ना की भरपूर पैदावार होती है. जहां खूब एथेनॉल भी निकलता है. जो एक वेस्ट प्रोडेक्ट है. रेलवे और आईओसीएल इसी वेस्ट प्रोडेक्ट से किसानों की आमदनी बढ़ाएगा. आईओसीएल से करार होने पर रेलवे विशेष ट्रेन चलाकर पश्चिमी यूपी से एथेनॉल देश के अलग अलग हिस्सों में भेजा जाएगा. जिससे पश्चिमी यूपी के गन्ना किसानो को वेस्ट प्रोडेक्ट एथेनॉल से आमदनी बढ़ेगी.
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